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दो नए ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल शुरू
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अंबेडकरनगर। ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में जिले को और मजबूती मिलने जा रही है। जिला अस्पताल व सीएचसी जलालपुर में लगे ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल शुरू हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि एक सप्ताह के भीतर ही दोनों प्लांटों का संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
जिला अस्पताल में 100 बेड जबकि सीएचसी जलालपुर में 30 बेड तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। दोनों प्लांटों के संचालन के बाद जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। इसका व्यापक लाभ मरीजों को मिलेगा।
कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ऑक्सीजन की बड़ी समस्या खड़ी हुई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का निर्देश दिया था। अंबेडकरनगर जनपद पूरी तरह से ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर हो सके, इसके लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज व मातृ शिशु विंग टांडा में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिए गए। इसके साथ ही जिला अस्पताल व सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का निर्णय हुआ।
जिला अस्पताल में 450 लीटर प्रति मिनट उत्पादन की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट को लगवाने का कार्य एनटीपीसी जबकि सीएचसी जलालपुर में 330 लीटर प्रति मिनट उत्पादन की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट को चीनी मिल मिझौड़ा अकबरपुर ने संभाल ली। जिला अस्पताल के प्लांट से 100 बेड जबकि सीएचसी जलालपुर के प्लांट से 30 बेड तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।
टांडा स्थित मातृ शिशु विंग व राजकीय मेडिकल कॉलेज में लगे ऑक्सीजन प्लांट से मरीजों को सुचारु रूप से लाभ मिल रहा है। जिला अस्पताल में 30 बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए प्लांट पहले से लगा है। अब दोनों नए ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के बाद ऑक्सीजन मामले में जिला पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा।
इससे ऑक्सीजन के लिए मरीजों को इधर-उधर भटकने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। इन दोनों प्लांटों का संचालन अतिशीघ्र प्रारंभ हो सके, इसके लिए इनका ट्रायल प्रारंभ हो गया है। संभावना है कि एक सप्ताह के अंदर दोनों प्लांटों का संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
सीएमओ डॉ. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल व सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसके सुचारु संचालन के लिए ट्रायल का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर दोनों प्लांटों का संचालन प्रारंभ कर दिए जाने की तैयारी है।
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जिला अस्पताल में 100 बेड जबकि सीएचसी जलालपुर में 30 बेड तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। दोनों प्लांटों के संचालन के बाद जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। इसका व्यापक लाभ मरीजों को मिलेगा।
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कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश के विभिन्न जनपदों में ऑक्सीजन की बड़ी समस्या खड़ी हुई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का निर्देश दिया था। अंबेडकरनगर जनपद पूरी तरह से ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर हो सके, इसके लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज व मातृ शिशु विंग टांडा में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिए गए। इसके साथ ही जिला अस्पताल व सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का निर्णय हुआ।
जिला अस्पताल में 450 लीटर प्रति मिनट उत्पादन की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट को लगवाने का कार्य एनटीपीसी जबकि सीएचसी जलालपुर में 330 लीटर प्रति मिनट उत्पादन की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट को चीनी मिल मिझौड़ा अकबरपुर ने संभाल ली। जिला अस्पताल के प्लांट से 100 बेड जबकि सीएचसी जलालपुर के प्लांट से 30 बेड तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।
टांडा स्थित मातृ शिशु विंग व राजकीय मेडिकल कॉलेज में लगे ऑक्सीजन प्लांट से मरीजों को सुचारु रूप से लाभ मिल रहा है। जिला अस्पताल में 30 बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए प्लांट पहले से लगा है। अब दोनों नए ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के बाद ऑक्सीजन मामले में जिला पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा।
इससे ऑक्सीजन के लिए मरीजों को इधर-उधर भटकने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा। इन दोनों प्लांटों का संचालन अतिशीघ्र प्रारंभ हो सके, इसके लिए इनका ट्रायल प्रारंभ हो गया है। संभावना है कि एक सप्ताह के अंदर दोनों प्लांटों का संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
सीएमओ डॉ. श्रीकांत शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल व सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसके सुचारु संचालन के लिए ट्रायल का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर दोनों प्लांटों का संचालन प्रारंभ कर दिए जाने की तैयारी है।