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Ballia News: धनुष यज्ञ मेले में मिलेंगे 50 हजार से एक लाख तक के घोड़े
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बैरिया। संत शिरोमणि सुदिष्ट बाबा के समाधि स्थल पर लगने वाले धनुष यज्ञ मेले से 10 दिन पहले अश्वमेला लगता है। इस बार अश्व लेकर अश्वपालक व व्यापारी पहुंच चुके हैं। इसमें 50 हजार से एक लाख तक के घोड़े लाए गए हैं।
प्रथम चरण में लगने वाले अश्व मेले में व्यापारियों का आगमन शुरू हो गया है। धनुष यज्ञ मेले में सुदिष्ट बाबा आश्रम परिसर में टेंट लगना शुरू हो गया है। दूरदराज से अश्व पालक अपने अश्व को लेकर पहुंच गए हैं। 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक लगने वाले धनुष यज्ञ मेले में कानपुर, इटावा, मैनपुरी, छपरा, मुजफ्फरपुर आदि से दुकानदार पहुंचकर स्थान सुरक्षित करने में लगे हैं। मेला प्रबंधक रोशन गुप्ता ने बताया कि हर साल की भांति इस बार भी अगहन शुदी पंचमी के दिन से पूजा अर्चना व चौक पर धर्मध्वज फहराकर मेले का शुभारंभ किया जाएगा।
समाधि स्थल पर रोज घुड़दौड़ हो रही है। अश्वपालक सिर पर साफा बांध कर घोड़ों को जब दौड़ाते हैं तो देखते ही बनता है। कोटवां गांव के अलावा आस-पास के गांवों के लोग भी घुड़दौड़ देखने के लिए उमड़ते हैं। गुमानी के डेरा निवासी मुखलाल, चांददीयर निवासी रामू यादव ने बताया कि सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ अश्व मेला में पूर्वांचल के जाने माने अश्व पालक व व्यापारी जुटते हैं।
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प्रथम चरण में लगने वाले अश्व मेले में व्यापारियों का आगमन शुरू हो गया है। धनुष यज्ञ मेले में सुदिष्ट बाबा आश्रम परिसर में टेंट लगना शुरू हो गया है। दूरदराज से अश्व पालक अपने अश्व को लेकर पहुंच गए हैं। 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक लगने वाले धनुष यज्ञ मेले में कानपुर, इटावा, मैनपुरी, छपरा, मुजफ्फरपुर आदि से दुकानदार पहुंचकर स्थान सुरक्षित करने में लगे हैं। मेला प्रबंधक रोशन गुप्ता ने बताया कि हर साल की भांति इस बार भी अगहन शुदी पंचमी के दिन से पूजा अर्चना व चौक पर धर्मध्वज फहराकर मेले का शुभारंभ किया जाएगा।
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समाधि स्थल पर रोज घुड़दौड़ हो रही है। अश्वपालक सिर पर साफा बांध कर घोड़ों को जब दौड़ाते हैं तो देखते ही बनता है। कोटवां गांव के अलावा आस-पास के गांवों के लोग भी घुड़दौड़ देखने के लिए उमड़ते हैं। गुमानी के डेरा निवासी मुखलाल, चांददीयर निवासी रामू यादव ने बताया कि सुदिष्ट बाबा के धनुष यज्ञ अश्व मेला में पूर्वांचल के जाने माने अश्व पालक व व्यापारी जुटते हैं।