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Balrampur News: मां की गोद से छीनकर तेंदुए ने मासूम को बनाया निवाला
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बलरामपुर के रेहरापुरवा झौहना गांव में रोते-बिलखते परिजन।-संवाद
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हरैया सतघरवा। सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के बनकटवा रेंज अंतर्गत ग्राम पंचायत नेवलगंज के मजरे रेहारपुरवा झौहना गांव में शनिवार रात तेंदुए ने मां की गोद से मासूम को छीनकर निवाला बना लिया। मासूम की मां बच्चे के साथ अपनी ननद के घर एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने यहां आई थी। मासूम की मौत से जहां घर में मातम पसर है, वहीं गांव में दहशत का माहौल है।
हरैया क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरहवा के मजरे गुरदास पुरवा निवासिनी चनावती ने रविवार को बताया कि वह रेहारपुरवा गांव में अपने नंदोई भगवंत राम के यहां मांगलिक कार्यक्रम बेटी के गौना में शामिल होने आई थीं। शनिवार रात करीब दो बजे वह अपने डेढ़ वर्ष के बेटे रोहित के साथ घर में लेटी थीं। अचानक तेंदुआ घर में घुस आया और गोद में सो रहे मासूम को उठाकर भागने लगा। साथ में लेटी अन्य महिलाओं के साथ उसके पीछे दौड़ीं तब तक वह बच्चों को लेकर गायब हो गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना यूपी-112 को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम तथा ग्रामीणों ने काफी तलाश की तो गांव के पश्चिम की तरफ करीब 150 मीटर दूर मासूम का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। बच्चे का सिर व ऊपर का हिस्सा गायब था। सिर्फ पैर मौजूद थे, वह भी बुरी तरह क्षत-विक्षत थे।
ग्रामीण प्रेम बहादुर, भगवंतराम, विश्राम, बड़का, सीतापति, रामकुंवरि, मीरा व अलखराम ने बताया कि गांव के आस-पास आए दिन तेंदुआ व बाघ दिखाई देता है। घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को दी गई है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गांव में बिजली का खंभा तो लगा है लेकिन बिजली नहीं रहती है। अगर बिजली होती तो रात में रोशनी होने से जंगली जानवर गांव के पास न आते।
जंगली जानवर के हमले में गई जान
घटना की सूचना मिलने पर रविवार की सुबह एसडीओ मनोज कुमार के साथ वन विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। बनकटवा रेंजर शत्रोहन लाल ने बताया कि मासूम को किसी जंगली जानवर ने मारा है। हालांकि अभी तक जंगली जानवर के पगचिह्न नहीं मिले हैं। बच्चे को किस जंगली जानवर ने मारा है इसकी जांच की जा रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने का सुझाव दिया गया है।
आठ भाई-बहनों में सबसे छोटा था रोहित
तेंदुए ने जिस मासूम रोहित को अपना निवाला बनाया, वह आठ भाई-बहनों में सबसे छोटा था। मासूम के पिता शेषराम ने बताया कि मेरे पांच बेटियां व तीन बेटों में रोहित सबसे छोटा था। बड़ा बेटा विनोद (20) दिव्यांग है। दूसरे बेटे पप्पू (18) के बाद बेटी रीना (16), सुषमा (13), करिश्मा (11), चांदनी (08) व पुष्पा (05) हैं। छोटे भाई की मौत से भाई-बहनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। मां भी रो-रोकर बदहवास है। गांव के लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।
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हरैया क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरहवा के मजरे गुरदास पुरवा निवासिनी चनावती ने रविवार को बताया कि वह रेहारपुरवा गांव में अपने नंदोई भगवंत राम के यहां मांगलिक कार्यक्रम बेटी के गौना में शामिल होने आई थीं। शनिवार रात करीब दो बजे वह अपने डेढ़ वर्ष के बेटे रोहित के साथ घर में लेटी थीं। अचानक तेंदुआ घर में घुस आया और गोद में सो रहे मासूम को उठाकर भागने लगा। साथ में लेटी अन्य महिलाओं के साथ उसके पीछे दौड़ीं तब तक वह बच्चों को लेकर गायब हो गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना यूपी-112 को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम तथा ग्रामीणों ने काफी तलाश की तो गांव के पश्चिम की तरफ करीब 150 मीटर दूर मासूम का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। बच्चे का सिर व ऊपर का हिस्सा गायब था। सिर्फ पैर मौजूद थे, वह भी बुरी तरह क्षत-विक्षत थे।
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ग्रामीण प्रेम बहादुर, भगवंतराम, विश्राम, बड़का, सीतापति, रामकुंवरि, मीरा व अलखराम ने बताया कि गांव के आस-पास आए दिन तेंदुआ व बाघ दिखाई देता है। घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को दी गई है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि गांव में बिजली का खंभा तो लगा है लेकिन बिजली नहीं रहती है। अगर बिजली होती तो रात में रोशनी होने से जंगली जानवर गांव के पास न आते।
जंगली जानवर के हमले में गई जान
घटना की सूचना मिलने पर रविवार की सुबह एसडीओ मनोज कुमार के साथ वन विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। बनकटवा रेंजर शत्रोहन लाल ने बताया कि मासूम को किसी जंगली जानवर ने मारा है। हालांकि अभी तक जंगली जानवर के पगचिह्न नहीं मिले हैं। बच्चे को किस जंगली जानवर ने मारा है इसकी जांच की जा रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने का सुझाव दिया गया है।
आठ भाई-बहनों में सबसे छोटा था रोहित
तेंदुए ने जिस मासूम रोहित को अपना निवाला बनाया, वह आठ भाई-बहनों में सबसे छोटा था। मासूम के पिता शेषराम ने बताया कि मेरे पांच बेटियां व तीन बेटों में रोहित सबसे छोटा था। बड़ा बेटा विनोद (20) दिव्यांग है। दूसरे बेटे पप्पू (18) के बाद बेटी रीना (16), सुषमा (13), करिश्मा (11), चांदनी (08) व पुष्पा (05) हैं। छोटे भाई की मौत से भाई-बहनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। मां भी रो-रोकर बदहवास है। गांव के लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।

बलरामपुर के रेहरापुरवा झौहना गांव में रोते-बिलखते परिजन।-संवाद