घाटमपुर: शकुंतला की बहू सुरेखा के सिर बंधा जीत का सेहरा, सास के निधन के बाद खाली हुई थी सीट
बीती 25 अक्तूबर को ग्राम पंचायत तिलसड़ा की ग्राम प्रधान शकुंतला देवी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद ओबीसी महिला के लिए सुरक्षित ग्राम प्रधान पद पर उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। मंगलवार सुबह 9.15 बजे ब्लॉक परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गणना शुरू हुई।


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विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत तिलसड़ा की प्रधान शकुंतला देवी के बीमारी से निधन के चलते रिक्त सीट पर हुए उपचुनाव में उनकी बहू सुरेखा के सिर जीत का सेहरा बंधा है। मंगलवार को पांच चरणों में संपन्न हुई मतगणना में उन्हें कुल 1,294 मतों के साथ विजयी घोषित कर दिया गया। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंदी शशि यादव को 351 मतों के अंतर से हराया।
बीती 25 अक्तूबर को ग्राम पंचायत तिलसड़ा की ग्राम प्रधान शकुंतला देवी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद ओबीसी महिला के लिए सुरक्षित ग्राम प्रधान पद पर उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान हुआ था। मंगलवार सुबह 9.15 बजे ब्लॉक परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गणना शुरू हुई।
पांच राउंड में संपन्न हुई मतगणना के बाद सुरेखा कुशवाहा को 1,294 मतों से विजयी घोषित कर दिया गया। उनकी निकटतम प्रतिद्वंदी शशि यादव को 943 मत मिले। सुलेखा ने शशि यादव को 351 मतों के अंतर से शिकस्त दी। वहीं शशि की सास राजकुमारी को मात्र तीन मत मिले। उन्हें डमी प्रत्याशी माना जा रहा था।
इससे पहले सुरेखा कुशवाहा की सास शकुंतला देवी ग्राम प्रधान थीं। रिटर्निंग ऑफीसर राजेंद्र कुमार ने नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान को जीत का प्रमाण पत्र सौंपा। इसके बाद पुलिस ने उन्हें अपनी अभिरक्षा में लेकर तिलसड़ा गांव स्थित घर में छोड़ा। रिटर्निंग ऑफिसर ने बताया कि कड़ी सुरक्षा में शांतिपूर्ण ढंग से करीब तीन घंटे में दोपहर साढ़े बारह बजे मतगणना संपन्न हुई। 64 मत अमान्य निकले।