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Hamirpur News: चंद्रावल नदी पुनरुद्धार महाअभियान ने पकड़ी रफ्तार
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Sun, 21 Dec 2025 11:45 PM IST
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फोटो 21 एचएएमपी 19- नदी खुदाई का जायजा लेते डीएम। संवाद
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हमीरपुर। जिलाधिकारी घनश्याम मीणा की पहल पर चंद्रावल नदी के पुनरुद्धार महाअभियान की रफ्तार लगातार तेज हो रही है। क्षेत्रीय किसान, समाजसेवी और उद्यमी इस अभियान को सफल बनाने के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं। इस अभियान में ग्रामीण दिन-रात जुटे हुए हैं।
मौदहा विकासखंड के 22 गांवों से गुजरने वाली चंद्रावल नदी किसानों के लिए जीवनदायिनी है। यह सिंचाई और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करती है। उद्गम से अब तक इसकी कोई देखभाल नहीं हुई थी। रविवार को डीएम ने गहबरा पैच नंबर-2 और पैच नंबर-5 छिरका पहुंचकर नदी खोदाई का जायजा लिया। उन्होंने झाड़ी-झंखर और मिट्टी हटाने का कार्य देखा, ताकि नदी की गहराई सुनिश्चित हो सके।
इस दौरान स्थानीय किसान रामभरोसे ने डीएम से बातचीत में कहा, साहब, आपके प्रयासों से हमारी चंद्रावल नदी जीवित हो गई है। अभियान में स्वयंसेवकों के लिए समाजसेवी व प्रधान भोजन और रात विश्राम की व्यवस्था कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी प्रगति पर नजर रखे हुए हैं, जिससे कार्य में तेजी और पारदर्शिता बनी हुई है।
17 दिसंबर को हुआ शुभारंभ
17 दिसंबर को प्रभारी मंत्री रामकेश निषाद, भाजपा जिलाध्यक्ष शकुंतला निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती राजपूत, सदर विधायक डॉ. मनोज प्रजापति समेत बड़ी संख्या में लोगों ने पढ़ोहरी गांव के पास श्रमदान कर अभियान का शुभारंभ किया। प्रशासन का लक्ष्य एक सप्ताह में कार्य पूरा करना है।
पौधरोपण होने से पर्यावरण संरक्षण होगा
नदी पुनरुद्धार के साथ किनारों पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण होगा। इससे जल संरक्षण और हरियाली बढ़ेगी। किसानों को सिंचाई में राहत मिलेगी तथा भूजल स्तर सुधरेगा। क्षेत्रवासियों का मानना है कि इससे पर्यावरण संतुलन भी कायम रहेगा।
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मौदहा विकासखंड के 22 गांवों से गुजरने वाली चंद्रावल नदी किसानों के लिए जीवनदायिनी है। यह सिंचाई और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करती है। उद्गम से अब तक इसकी कोई देखभाल नहीं हुई थी। रविवार को डीएम ने गहबरा पैच नंबर-2 और पैच नंबर-5 छिरका पहुंचकर नदी खोदाई का जायजा लिया। उन्होंने झाड़ी-झंखर और मिट्टी हटाने का कार्य देखा, ताकि नदी की गहराई सुनिश्चित हो सके।
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इस दौरान स्थानीय किसान रामभरोसे ने डीएम से बातचीत में कहा, साहब, आपके प्रयासों से हमारी चंद्रावल नदी जीवित हो गई है। अभियान में स्वयंसेवकों के लिए समाजसेवी व प्रधान भोजन और रात विश्राम की व्यवस्था कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी प्रगति पर नजर रखे हुए हैं, जिससे कार्य में तेजी और पारदर्शिता बनी हुई है।
17 दिसंबर को हुआ शुभारंभ
17 दिसंबर को प्रभारी मंत्री रामकेश निषाद, भाजपा जिलाध्यक्ष शकुंतला निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती राजपूत, सदर विधायक डॉ. मनोज प्रजापति समेत बड़ी संख्या में लोगों ने पढ़ोहरी गांव के पास श्रमदान कर अभियान का शुभारंभ किया। प्रशासन का लक्ष्य एक सप्ताह में कार्य पूरा करना है।
पौधरोपण होने से पर्यावरण संरक्षण होगा
नदी पुनरुद्धार के साथ किनारों पर बड़े पैमाने पर पौधरोपण होगा। इससे जल संरक्षण और हरियाली बढ़ेगी। किसानों को सिंचाई में राहत मिलेगी तथा भूजल स्तर सुधरेगा। क्षेत्रवासियों का मानना है कि इससे पर्यावरण संतुलन भी कायम रहेगा।
