Kanpur: आकांक्षा ने जिस सूटकेस पर बैठ बनवाई रील उसी में भरकर प्रेमी ने फेंका शव
प्रेम-प्रसंग में युवती की हत्या कर शव यमुना में फेंकने के मामले में बांदा, चित्रकूट और फतेहपुर में यमुना में शव की तलाश की जा रही है।
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प्रेम संबंध में जान गंवाने वाली आकांक्षा ने जिस सूटकेस पर बैठकर रील बनवाई थी उसी सूटकेश में उसका शव भरकर प्रेमी सूरज ने यमुना में फेंक दिया। फिलहाल सूरज जेल में है और पुलिस आकांक्षा का शव तलाशने के लिए यमुना नदी में सर्च अभियान चला रही है।
थानाध्यक्ष हनुमंत विहार राजीव सिंह ने बताया कि कानपुर देहात के सुजनीपुर गांव निवासी विजय श्री की बेटी आकांक्षा के शव को पुलिस टीम बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर आदि में यमुना में तलाश कर रही है। साथ ही इन जनपदों में बीते दिनों यमुना में मिले अज्ञात महिलाओं के शवों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही प्रयागराज से यमुना के गंगा में मिल जाने के कारण वहां के थानाक्षेत्रों से भी संपर्क किया गया है। अब तक की जांच में पुलिस को पता चला है कि शातिर सूरज कई लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाए था।
इसकी जानकारी जब आकांक्षा को हुई तो उसने विरोध किया। पहले तो उसने दोबारा ऐसा न करने का भरोसा दिलाया लेकिन लड़कियों से बात करना बंद नहीं किया। 21 जुलाई की शाम को भी इन दोनों में रेस्टोरेंट में झगड़ा हुआ था। इसके बाद सूरज उत्तम ने उसकी हत्या कर दी।
आशीष ने दी थी शव को यमुना में फेंकने की सलाह
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि हत्या करने के बाद सूरज ने दोस्त आशीष को फोन कर घर बुलाया था जहां पहुंचकर शव देखने के बाद उसने कहा था कि इस समय यमुना में बाढ़ चल रही है। यहां से लेकर शव को बांदा चलो वहीं चिल्ला घाट से नदी में फेंक देंगे किसी को पता नहीं चलेगा। इसके बाद सूरज ने शव को बैग में भरकर बाइक पर रखा जबकि बाइक आशीष ने चलाई। इसके बाद दोनों लोग बाइक में बैग रखकर चिल्लाघाट पहुंचे और शव को यमुना में फेंक दिया।
20 साल की आकांक्षा बड़ी बहन के साथ बर्रा में रहती थी। फतेहपुर के बिंदकी के हरीखेड़ा निवासी सूरज उत्तम से उसके इंस्टाग्राम के माध्यम से प्रेम संबंध हो गए। सूरज के कहने पर वहां से नौकरी छोड़कर हनुमंत विहार के रेस्टोरेंट में काम करने लगी। वहीं सूरज ने कमरा भी दिला दिया। उसी कमरे में 21 जुलाई की रात गला दबाकर हत्या करने के बाद शव सूटकेस में भरकर साथी आशीष संग बाइक से चिल्ला घाट से नीचे यमुना में फेंक दिया।
