अहम बैठक: बसपा पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने दलित युवाओं में भरा जोश, बोले- चुनाव हारे है, हिम्मत नहीं
योगेश वर्मा ने गुरुवार को अपने आवास पर दलित समाज के लोगों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने दलित युवाओं में जोश भरा और कहा कि हम चुनाव हारे है, हिम्मत नहीं।
विस्तार
बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा के मेरठ में पल्लवपुरम स्थित आवास पर गुरुवार को दलित समाज के लोगों की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में पूर्व विधायक ने दलित समाज के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने, दलित समाज से एक मजबूत संगठन बनाने की बात कहीं। साथ ही कहा कि वह चुनाव में हारे है। लेकिन, हिम्मत नहीं हारी है। लड़ाई जारी रहेगी और भितरघात करने वालों को बेनकाब किया जाएगा।
पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने बैठक में दलित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में लगातार दलितों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन मारपीट, हत्या, किशोरी, महिलाओं व युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं। दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर प्रदेश की भाजपा सरकार आंख बंद किए बैठे हुए है। दलितों को धमकाया जाता है। चुनाव में वोट डालने पर मारपीट की जाती है। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होती।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए देश में दलित समाज का एक मजबूत संगठन बनाया जाएगा और संगठन के बैनर तले लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि वह गठबंधन से चुनाव लड़े और हार गए। लेकिन, उनकी हिम्मत नहीं हारी है। लड़ाई जारी रहेगी और दोबारा चुनाव की तैयारी कर जीतेंगे।
यह भी पढ़ें: यह भी पढ़ें: रुला देंगी ये तस्वीरें: आखिर मासूम ने किसी का क्या बिगाड़ा था, खौफनाक तरीके से उतारा मौत के घाट, नहीं कांपे हत्यारों के हाथ
भितरघातियों का किया जाएगा पर्दाफाश
दलित समाज के लोगों के साथ बैठक के दौरान पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि जनता ने उन्हें पूर्ण समर्थन दिया। लेकिन, भितरघातियों ने उन्हें हराने का काम किया है। पार्टी संगठन को जल्द भितरघातियों की जानकारी दी जाएगी और उनका पर्दाफाश किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: बड़ी उपलब्धि: मेरठ के शीशराम ने जीता पीएम मोदी का दिल, दिलचस्प है सेना के टैंक ठीक करने से पद्मश्री तक का सफर, तस्वीरें
एडवोकेट प्रवीण भारती ने कहा कि पूर्व विधायक योगेश वर्मा को षडयंत्र रचकर जिन लोगों ने चुनाव हराया है। उन लोगों के बारे में गांव-गांव जाकर दलित समाज के लोगों को जानकारी दी जाएगी। ताकि, भविष्य होने वाले चुनाव में ऐसे लोगों का बहिष्कार किया जा सके।