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Pilibhit News: ठंड बढ़ी तो बुजुर्गों को अस्थमा, बच्चों को निमोनिया ने घेरा
संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत
Updated Thu, 04 Dec 2025 11:56 PM IST
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मेडिसिन वार्ड में मरीज की सांस फूलने की समस्या देखते चिकित्सक। संवाद
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पीलीभीत। तापमान गिरने के साथ मौसम में बदलाव से अस्थमा के बुजुर्ग मरीजों में सांस लेने में समस्या और बच्चों में निमोनिया की शिकायतें शुरू हो गई हैं। जिला अस्पताल में बृहस्पतिवार को मेडिसिन वार्ड में 40 बुजुर्ग मरीज सांस फूलने, सीने में दर्द आदि के पहुंचे। बाल रोग विभाग में निमोनिया, खांसी-जुकाम के बच्चों को भर्ती किया। हालांकि चिकित्सक बेहतर सलाह देते हुए मरीजों को परामर्श दे रहे हैं।
दिसंबर माह में शुरूआत के दिनों में ही बदलते मौसम का प्रभाव मरीजों में दिखना शुरू हो गया है। शीतलहर और ठंडे मौसम ने खासकर अस्थमा से ग्रसित बुजुर्ग और बच्चों को सर्दी-खांसी, निमोनिया, सीने में दर्द आदि शिकायतों से घेर लिया है। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में मेडिसिन वार्ड में 40 से अधिक बुजुर्ग मरीजों में सांस लेने में समस्या, सांस फूलना, सीने में दर्द होना, सिर में दर्द और चक्कर के देखे गए। चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार ने परामर्श देने के साथ मरीजों को सुबह स्टीम लेना, गर्म पानी पीना, मुंह ढक्कर रहना और गर्म कपड़ों के प्रयोग करने की सलाह दी। बाल रोग के भर्ती वार्ड में एक निमोनिया और दो बच्चे कफ कोल्ड के भर्ती किए। उनको बदलते मौसम के समस्याओं के चलते भर्ती किया। विभागाध्यक्ष बाल रोग डॉ. सुमित ने बताया कि नेमोलाइजर, ऑक्सीजन आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था है। ठंड से प्रभावित बच्चों की संख्या बढ़ी है, परिजनों को सावधानी रखने की आवश्यकता है।
पीकू वार्ड में अव्यवस्था हावी, परिजनों का जमावड़ा
जिला महिला अस्पताल में बच्चों के लिए पीकू वार्ड जो कि बच्चों को आईसीयू वार्ड होता है। उसमें अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं। नियमित परिजनों का वार्ड में जमावड़ा लगा रहता है, जबकि कई बच्चों के बिस्तर पर भी दिखाई देते हैं। जबकि पीकू वार्ड में सावधानी बरतने को लेकर जिम्मेदार भी कोई ध्यान नहीं देते हैं।
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दिसंबर माह में शुरूआत के दिनों में ही बदलते मौसम का प्रभाव मरीजों में दिखना शुरू हो गया है। शीतलहर और ठंडे मौसम ने खासकर अस्थमा से ग्रसित बुजुर्ग और बच्चों को सर्दी-खांसी, निमोनिया, सीने में दर्द आदि शिकायतों से घेर लिया है। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में मेडिसिन वार्ड में 40 से अधिक बुजुर्ग मरीजों में सांस लेने में समस्या, सांस फूलना, सीने में दर्द होना, सिर में दर्द और चक्कर के देखे गए। चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार ने परामर्श देने के साथ मरीजों को सुबह स्टीम लेना, गर्म पानी पीना, मुंह ढक्कर रहना और गर्म कपड़ों के प्रयोग करने की सलाह दी। बाल रोग के भर्ती वार्ड में एक निमोनिया और दो बच्चे कफ कोल्ड के भर्ती किए। उनको बदलते मौसम के समस्याओं के चलते भर्ती किया। विभागाध्यक्ष बाल रोग डॉ. सुमित ने बताया कि नेमोलाइजर, ऑक्सीजन आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था है। ठंड से प्रभावित बच्चों की संख्या बढ़ी है, परिजनों को सावधानी रखने की आवश्यकता है।
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पीकू वार्ड में अव्यवस्था हावी, परिजनों का जमावड़ा
जिला महिला अस्पताल में बच्चों के लिए पीकू वार्ड जो कि बच्चों को आईसीयू वार्ड होता है। उसमें अव्यवस्थाएं बनी हुई हैं। नियमित परिजनों का वार्ड में जमावड़ा लगा रहता है, जबकि कई बच्चों के बिस्तर पर भी दिखाई देते हैं। जबकि पीकू वार्ड में सावधानी बरतने को लेकर जिम्मेदार भी कोई ध्यान नहीं देते हैं।

मेडिसिन वार्ड में मरीज की सांस फूलने की समस्या देखते चिकित्सक। संवाद