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Saharanpur News: फर्जी डिग्री बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़
संवाद न्यूज एजेंसी, सहारनपुर
Updated Wed, 29 Oct 2025 12:50 AM IST
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सहारनपुर। थाना सदर बाजार और सर्विलांस टीम ने संयुक्त टीम ने फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से 240 फर्जी डिग्री और मार्कशीट, नौ मोबाइल, चार लैपटॉप, 10,500 रुपये की नकदी और कार बरामद हुई है। बेरोजगार युवाओं को तीस से 4.50 लाख रुपये में फर्जी डिग्री व मार्कशीट बेचते थे। यह सभी आरोपी सहारनपुर, मेरठ और मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं।
पुलिस लाइन में एसपी सिटी व्योम बिंदल और एएसपी मनोज कुमार यादव ने बताया कि 27 अक्तूबर 2025 को गोविंद नगर निवासी अश्वनी कुमार ने थाना सदर बाजार में तहरीर दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि रिंकू निवासी गांव खुर्द व जसबीर उर्फ काला निवासी गांव हरपाल ने साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की। 70 हजार रुपये लेकर फर्जी मार्कशीट दी थी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी।
मंगलवार को थाना सदर बाजार प्रभारी कपिल देव के नेतृत्व में टीम ने चेकिंग करते छोटी रेलवे लाइन कोटे की दुकान के सामने से पर्वत कुमार निवासी गांव अजोता मेरठ, रिंकू कुमार निवासी गांव खुर्द सहारनपुर, सिद्धार्थ शंकर निवासी रामनगर मेरठ, जसवीर सिंह उर्फ काला निवासी गांव हरपाल सहारनपुर और अक्षय देव निवासी गांव चांदसमंद जिला मुजफ्फरनगर गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका संगठित गैंग है जो बेरोजगार युवाओं और छात्रों को फर्जी डिग्री दिलाने का झांसा देता था। आरोपियों के नेटवर्क लखनऊ, दिल्ली, मेरठ, नागालैंड और उत्तराखंड तक फैले हुए हैं। यह लोग अलग-अलग कोर्स की डिग्रियां 30 हजार से 4.50 लाख तक में तैयार करवाते थे। इनके छह साथी अभी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से अधिकतर डिग्री सहारनपुर की ग्लोकल यूनिवर्सिटी, मेरठ की सीसीएस यूनिवर्सिटी, आईआईएमटी, सुभारती यूनिवर्सिटी और गढ़वाल यूनिवर्सिटी की मिली है।
पुलिस लाइन में एसपी सिटी व्योम बिंदल और एएसपी मनोज कुमार यादव ने बताया कि 27 अक्तूबर 2025 को गोविंद नगर निवासी अश्वनी कुमार ने थाना सदर बाजार में तहरीर दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि रिंकू निवासी गांव खुर्द व जसबीर उर्फ काला निवासी गांव हरपाल ने साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की। 70 हजार रुपये लेकर फर्जी मार्कशीट दी थी। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी।
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मंगलवार को थाना सदर बाजार प्रभारी कपिल देव के नेतृत्व में टीम ने चेकिंग करते छोटी रेलवे लाइन कोटे की दुकान के सामने से पर्वत कुमार निवासी गांव अजोता मेरठ, रिंकू कुमार निवासी गांव खुर्द सहारनपुर, सिद्धार्थ शंकर निवासी रामनगर मेरठ, जसवीर सिंह उर्फ काला निवासी गांव हरपाल सहारनपुर और अक्षय देव निवासी गांव चांदसमंद जिला मुजफ्फरनगर गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका संगठित गैंग है जो बेरोजगार युवाओं और छात्रों को फर्जी डिग्री दिलाने का झांसा देता था। आरोपियों के नेटवर्क लखनऊ, दिल्ली, मेरठ, नागालैंड और उत्तराखंड तक फैले हुए हैं। यह लोग अलग-अलग कोर्स की डिग्रियां 30 हजार से 4.50 लाख तक में तैयार करवाते थे। इनके छह साथी अभी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से अधिकतर डिग्री सहारनपुर की ग्लोकल यूनिवर्सिटी, मेरठ की सीसीएस यूनिवर्सिटी, आईआईएमटी, सुभारती यूनिवर्सिटी और गढ़वाल यूनिवर्सिटी की मिली है।