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Sambhal News: मनरेगा में धांधली का आरोप, कार्रवाई की मांग
संवाद न्यूज एजेंसी, संभल
Updated Fri, 19 Sep 2025 02:17 AM IST
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सरायतरीन (संभल)। पवांसा के गांव रुदायन में कागजों में विकास कार्य और मनरेगा में धांधली करने का आरोप लगाकर डीएम से शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता ने मामले की जांच कराने की मांग की है।
गांव निवासी पुष्पेंद्र और जबर सिंह ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया कि वर्ष 2017-25 तक ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना और ग्राम निधि से किए गए कार्य में धांधली हुई, जबकि ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक के द्वारा बड़ी घपलेबाजी की गई है। ग्राम पंचायत में गांव में स्थित पुलिया से जूनियर हाईस्कूल तक सीसी स्टाइल का कार्य विधायक निधि से किया गया, जबकि ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत निधि से दिखाकर धनराशि हड़प ली। आरोप है कि जूनियर हाईस्कूल विद्यालय के नाम ग्राम पंचायत की 52 बीघा जमीन पर ग्राम प्रधान ने अवैध कब्जा कर लिया है।
मनरेगा योजना में 262 मजदूर दर्शाए हैं, जबकि कार्य 10-20 मजदूर ही कार्य कर रहे हैं। कई मजदूरों के खाते में फर्जी तरीके से धनराशि डालकर निकल जा रही है। ग्राम पंचायत में 85 शौचालय ग्राम निधि से बनाए गए हैं, जिसमें ग्राम प्रधान ने लाभार्थियों से पांच-पांच सौ रुपये की वसूली की गई है, जबकि कई लाभार्थियों के शौचालय का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। प्राथमिक विद्यालय की शौचालय और चाहरदीवारी पंचायत सचिवालय और सामुदायिक शौचालय के निर्माण में भी धांधली की गई है। मामले की जांच पड़ताल के लिए टीम गठित करने की मांग की है।

गांव निवासी पुष्पेंद्र और जबर सिंह ने डीएम को दिए शिकायती पत्र में बताया कि वर्ष 2017-25 तक ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना और ग्राम निधि से किए गए कार्य में धांधली हुई, जबकि ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक के द्वारा बड़ी घपलेबाजी की गई है। ग्राम पंचायत में गांव में स्थित पुलिया से जूनियर हाईस्कूल तक सीसी स्टाइल का कार्य विधायक निधि से किया गया, जबकि ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत निधि से दिखाकर धनराशि हड़प ली। आरोप है कि जूनियर हाईस्कूल विद्यालय के नाम ग्राम पंचायत की 52 बीघा जमीन पर ग्राम प्रधान ने अवैध कब्जा कर लिया है।
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मनरेगा योजना में 262 मजदूर दर्शाए हैं, जबकि कार्य 10-20 मजदूर ही कार्य कर रहे हैं। कई मजदूरों के खाते में फर्जी तरीके से धनराशि डालकर निकल जा रही है। ग्राम पंचायत में 85 शौचालय ग्राम निधि से बनाए गए हैं, जिसमें ग्राम प्रधान ने लाभार्थियों से पांच-पांच सौ रुपये की वसूली की गई है, जबकि कई लाभार्थियों के शौचालय का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। प्राथमिक विद्यालय की शौचालय और चाहरदीवारी पंचायत सचिवालय और सामुदायिक शौचालय के निर्माण में भी धांधली की गई है। मामले की जांच पड़ताल के लिए टीम गठित करने की मांग की है।