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Sultanpur News: अधिवक्ता आजाद के परिजन बोले- सिराज के खात्मे से मिला सुकून
संवाद न्यूज एजेंसी, सुल्तानपुर
Updated Sun, 21 Dec 2025 11:57 PM IST
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अलहदादपुर स्थित आवास में पिता मो. सलीम को मिठाई खिलाकर खुशी जताते पुत्र मुनौव्वर।
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सुल्तानपुर। एक लाख के इनामी बदमाश सिराज अहमद को सहारनपुर के गंगोह में एसटीएफ ने रविवार सुबह मुठभेड़ में मार गिराया। उसकी मौत पर जिले के कोतवाली देहात के अलहदादपुर निवासी मो. सलीम व उनके घर वालों ने खुशी जताई। अधिवक्ता के परिजनों की सुरक्षा के लिए उनके घर पर पुलिस तैनात की गई है।
कोतवाली देहात के अलहदादपुर निवासी मो. सलीम के छोटे पुत्र अधिवक्ता आजाद अहमद की सिराज अहमद ने भुलकी चौराहे के पास साथियों के साथ छह अगस्त 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड में आजाद के भाई मुन्नौव्वर को भी गोलियां लगी थीं। इसके बाद से पीड़ित परिवार को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
रविवार को सिराज अहमद के एनकाउंटर की जानकारी मिलने के बाद अधिवक्ता आजाद अहमद के पिता सलीम ने अपनी पत्नी दुखतरी निशा, बेटे मुन्नौवर को मिठाइयां खिलाकर खुशी जताई। परिवार के लोगों ने कहा कि अब इंसाफ हुआ है। मां दुखतरी निशा ने कहा कि उनके निर्दोष पुत्र की हत्या करने वाला आरोपी अपने अंजाम तक पहुंच गया। पिता सलीम ने एसटीएफ व प्रदेश सरकार के प्रति आभार जताया। आजाद के पिता ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की मांग की थी। कई बार वे पुलिस के अधिकारियों से मिले। जिले के अधिवक्ताओं का भी आभार जताया। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि अलहदादपुर में अधिवक्ता के परिजनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
छह अगस्त की शाम भुलकी चौराहे पर की थी हत्या
भुलकी चौराहे पर छह अगस्त 2023 की शाम भुलकी गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग कर अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या व उसके भाई को घायल कर दिया गया था। इस मामले में सलीम अहमद ने बेटे की हत्या के लिए नामजद एफआईआर लिखाई थी। विवेचना में आठ से अधिक लोग हत्या व साजिश में शामिल मिले, अधिकांश आरोपियों को पुलिस ने जेल भेजा था।
दो साल चार महीने से दहशत में था परिवार
सुल्तानपुर। अधिवक्ता आजाद अहमद की छह अगस्त 2023 की शाम हत्या की गई। तब से लगातार उनका परिवार दहशत में रह रहा था। सिराज फरार चल रहा था, लेकिन उसके करीबी लगातार अधिवक्ता के पिता को धमकी दे रहे थे। पिता मो. सलीम पर पिछली पांच जुलाई को लोहरामऊ ओवरब्रिज के पास हमला किया गया था। किसी तरह से उनकी जान बची थी।
मो. सलीम ने बताया कि पांच जुलाई की सुबह नौ बजे वह अपने पौत्र मो. उमर (02) के साथ बाइक से लोहरामऊ ओवरब्रिज के नीचे से बाटी चोखा लेने गए थे। आरोप है कि चार पहिया वाहन से मोईद अहमद निवासी नेवादा इसहाकपुर व चार अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। सलीम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी के बीच-बचाव के दौरान मोईद ने दानिश हुसनैनिया निवासी अहिरौली व 15 अन्य लोगों को बुला लिया था। असलहे से लैस लोग पीछा करने लगे थे। सलीम ने किसी तरह से वहां से भाग कर जान बचाई। मो. सलीम के मुताबिक, उन्होंने पिछली 23 सितंबर सुबह 10.30 बजे लोलेपुर प्यारे पट्टी सिराज के घर के पास बिना नंबर की काले रंग की एसयूवी में कलीम निवासी प्यारे पट्टी व अकबर निवासी मुंशीगंज, गोसाईगंज को बैठे देखा।
आरोप है कि कलीम सिराज का मामा है। कलीम उस एसयूवी से सिराज अहमद व उसके सहयोगियों की मदद करता है। उसी एसयूवी से आरोपी सलीम व उनके परिवार की रेकी करते हैं। कलीम व अकबर उनके पुत्र अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या में शामिल थे। दोनों आरोपी न्यायालय में सलीम से रंगदारी की मांग करते थे। कहते थे कि पैसा नहीं दोगे तो तुम्हारी हत्या कर देंगे। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़ित परिवार वालों के मुताबिक, अभी भी छिपकर बैठे कई अपराधी आए दिन धमकियां दे रहे हैं। उन लोगों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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कोतवाली देहात के अलहदादपुर निवासी मो. सलीम के छोटे पुत्र अधिवक्ता आजाद अहमद की सिराज अहमद ने भुलकी चौराहे के पास साथियों के साथ छह अगस्त 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड में आजाद के भाई मुन्नौव्वर को भी गोलियां लगी थीं। इसके बाद से पीड़ित परिवार को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
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रविवार को सिराज अहमद के एनकाउंटर की जानकारी मिलने के बाद अधिवक्ता आजाद अहमद के पिता सलीम ने अपनी पत्नी दुखतरी निशा, बेटे मुन्नौवर को मिठाइयां खिलाकर खुशी जताई। परिवार के लोगों ने कहा कि अब इंसाफ हुआ है। मां दुखतरी निशा ने कहा कि उनके निर्दोष पुत्र की हत्या करने वाला आरोपी अपने अंजाम तक पहुंच गया। पिता सलीम ने एसटीएफ व प्रदेश सरकार के प्रति आभार जताया। आजाद के पिता ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की मांग की थी। कई बार वे पुलिस के अधिकारियों से मिले। जिले के अधिवक्ताओं का भी आभार जताया। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि अलहदादपुर में अधिवक्ता के परिजनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
छह अगस्त की शाम भुलकी चौराहे पर की थी हत्या
भुलकी चौराहे पर छह अगस्त 2023 की शाम भुलकी गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग कर अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या व उसके भाई को घायल कर दिया गया था। इस मामले में सलीम अहमद ने बेटे की हत्या के लिए नामजद एफआईआर लिखाई थी। विवेचना में आठ से अधिक लोग हत्या व साजिश में शामिल मिले, अधिकांश आरोपियों को पुलिस ने जेल भेजा था।
दो साल चार महीने से दहशत में था परिवार
सुल्तानपुर। अधिवक्ता आजाद अहमद की छह अगस्त 2023 की शाम हत्या की गई। तब से लगातार उनका परिवार दहशत में रह रहा था। सिराज फरार चल रहा था, लेकिन उसके करीबी लगातार अधिवक्ता के पिता को धमकी दे रहे थे। पिता मो. सलीम पर पिछली पांच जुलाई को लोहरामऊ ओवरब्रिज के पास हमला किया गया था। किसी तरह से उनकी जान बची थी।
मो. सलीम ने बताया कि पांच जुलाई की सुबह नौ बजे वह अपने पौत्र मो. उमर (02) के साथ बाइक से लोहरामऊ ओवरब्रिज के नीचे से बाटी चोखा लेने गए थे। आरोप है कि चार पहिया वाहन से मोईद अहमद निवासी नेवादा इसहाकपुर व चार अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। सलीम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी के बीच-बचाव के दौरान मोईद ने दानिश हुसनैनिया निवासी अहिरौली व 15 अन्य लोगों को बुला लिया था। असलहे से लैस लोग पीछा करने लगे थे। सलीम ने किसी तरह से वहां से भाग कर जान बचाई। मो. सलीम के मुताबिक, उन्होंने पिछली 23 सितंबर सुबह 10.30 बजे लोलेपुर प्यारे पट्टी सिराज के घर के पास बिना नंबर की काले रंग की एसयूवी में कलीम निवासी प्यारे पट्टी व अकबर निवासी मुंशीगंज, गोसाईगंज को बैठे देखा।
आरोप है कि कलीम सिराज का मामा है। कलीम उस एसयूवी से सिराज अहमद व उसके सहयोगियों की मदद करता है। उसी एसयूवी से आरोपी सलीम व उनके परिवार की रेकी करते हैं। कलीम व अकबर उनके पुत्र अधिवक्ता आजाद अहमद की हत्या में शामिल थे। दोनों आरोपी न्यायालय में सलीम से रंगदारी की मांग करते थे। कहते थे कि पैसा नहीं दोगे तो तुम्हारी हत्या कर देंगे। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीड़ित परिवार वालों के मुताबिक, अभी भी छिपकर बैठे कई अपराधी आए दिन धमकियां दे रहे हैं। उन लोगों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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