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Sultanpur News: मुख्तार अंसारी गिरोह का शार्प शूटर था सिराज अहमद
संवाद न्यूज एजेंसी, सुल्तानपुर
Updated Mon, 22 Dec 2025 12:01 AM IST
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सिराज अहमद। स्रोत- सोशल मीडिया
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आदित्य उपाध्याय
सुल्तानपुर। हिस्ट्रीशीटर सिराज अहमद का संबंध मुख्तार अंसारी के गिरोह से था। सिराह गिरोह का शार्प शूटर था। मुख्तार के करीबी मुन्ना बजरंगी से भी उसके अच्छे रिश्ते थे। जब मुन्ना बजरंगी सुल्तानपुर जेल में बंद था तो सिराज मिलने जाता था। कुछ बड़े नेताओं के साथ उसके फोटो व वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।
मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्वांचल का शातिर अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी गाजीपुर विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के मामले में मिर्जापुर जिला कारागार में बंद था। वहां से 10 अप्रैल 2013 को प्रशासनिक आधार पर उसे जिला कारागार, सुल्तानपुर में शिफ्ट किया गया था। उसके यहां की जेल में बंद होने के दौरान मुख्तार अंसारी से जुड़े धंधेबाज भी खूब फले-फूले थे। रंगदारी, वसूली, टाॅवर पर कब्जेदारी, रेलवे, लोक निर्माण विभाग, हाईवे के टेंडर सुल्तानपुर जेल से मैनेज किए जाते थे। इसी वक्त जिले के कई अपराधियों की मुख्तार गैंग से नजदीकियां बढ़ गई थीं। 24 सितंबर 2015 को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला जेल में निरुद्ध माफिया मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल भेज दिया गया था।
हाजी मुन्ने हत्याकांड के आरोपी जलीस अहमद के माध्यम से सिराज अहमद भी मुन्ना बजरंगी से मिलने जेल में जाता था। पुलिस के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर सिराज भी मुख्तार अंसारी गैंग में शामिल था। उसके गैंग का नाम डी 68 था। उसे सिराज अहमद उर्फ जलीस-डी कहा जाता था।
28 से अधिक मामले दर्ज
एसटीएफ के मुताबिक, सिराज पर 28 से अधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 26 मामले सुल्तानपुर के विभिन्न थानों व दो मुकदमे लखनऊ में दर्ज हैं। सिराज पर वर्ष 2015, 2018 व में गैंगस्टर और 24 जनवरी 2019 को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत पाबंद किया गया था। उस पर एक हत्या, हत्या के प्रयास के चार और गैंगस्टर एक्ट के मामले शामिल हैं।
कुर्क की जा चुकी है 4.66 करोड़ की संपत्ति
कोर्ट के निर्देश के बाद पिछले मार्च माह में अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर सिराज अहमद की चार करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई थी। जब्त की गई संपत्ति में एक फॉर्च्यूनर, दो एसयूवी, एक ट्रैक्टर व एक मोटरसाइकिल थी। इसके अलावा ट्रैक्टर की ट्रॉली भी जब्त की गई थी। साथ ही एक भू-संपत्ति भी जब्त की गई थी। सिराज अहमद की कुल चार करोड़ 66 लाख 11 हजार 300 रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है।
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मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्वांचल का शातिर अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी गाजीपुर विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के मामले में मिर्जापुर जिला कारागार में बंद था। वहां से 10 अप्रैल 2013 को प्रशासनिक आधार पर उसे जिला कारागार, सुल्तानपुर में शिफ्ट किया गया था। उसके यहां की जेल में बंद होने के दौरान मुख्तार अंसारी से जुड़े धंधेबाज भी खूब फले-फूले थे। रंगदारी, वसूली, टाॅवर पर कब्जेदारी, रेलवे, लोक निर्माण विभाग, हाईवे के टेंडर सुल्तानपुर जेल से मैनेज किए जाते थे। इसी वक्त जिले के कई अपराधियों की मुख्तार गैंग से नजदीकियां बढ़ गई थीं। 24 सितंबर 2015 को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला जेल में निरुद्ध माफिया मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल भेज दिया गया था।
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हाजी मुन्ने हत्याकांड के आरोपी जलीस अहमद के माध्यम से सिराज अहमद भी मुन्ना बजरंगी से मिलने जेल में जाता था। पुलिस के मुताबिक, हिस्ट्रीशीटर सिराज भी मुख्तार अंसारी गैंग में शामिल था। उसके गैंग का नाम डी 68 था। उसे सिराज अहमद उर्फ जलीस-डी कहा जाता था।
28 से अधिक मामले दर्ज
एसटीएफ के मुताबिक, सिराज पर 28 से अधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 26 मामले सुल्तानपुर के विभिन्न थानों व दो मुकदमे लखनऊ में दर्ज हैं। सिराज पर वर्ष 2015, 2018 व में गैंगस्टर और 24 जनवरी 2019 को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत पाबंद किया गया था। उस पर एक हत्या, हत्या के प्रयास के चार और गैंगस्टर एक्ट के मामले शामिल हैं।
कुर्क की जा चुकी है 4.66 करोड़ की संपत्ति
कोर्ट के निर्देश के बाद पिछले मार्च माह में अधिवक्ता आजाद अहमद हत्याकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर सिराज अहमद की चार करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की गई थी। जब्त की गई संपत्ति में एक फॉर्च्यूनर, दो एसयूवी, एक ट्रैक्टर व एक मोटरसाइकिल थी। इसके अलावा ट्रैक्टर की ट्रॉली भी जब्त की गई थी। साथ ही एक भू-संपत्ति भी जब्त की गई थी। सिराज अहमद की कुल चार करोड़ 66 लाख 11 हजार 300 रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है।
