Hindi News
›
Video
›
Haryana
›
Ambala News
›
Waterlogging in primary school in Ambala, children studying in old building, teachers have to sweep
{"_id":"688c560f0f53b49c2d0e0ec1","slug":"video-waterlogging-in-primary-school-in-ambala-children-studying-in-old-building-teachers-have-to-sweep-2025-08-01","type":"video","status":"publish","title_hn":"अंबाला में प्राथमिक पाठशाला में जलभराव, पुराने भवन में पढ़ रहे बच्चे, शिक्षकों का लगानी पड़ती है झाडू","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
अंबाला में प्राथमिक पाठशाला में जलभराव, पुराने भवन में पढ़ रहे बच्चे, शिक्षकों का लगानी पड़ती है झाडू
राजस्थान के झालवाड़ा में स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत ने हरियाणा को भी दहलाने का काम किया है। अंबाला जिला में 750 सरकारी स्कूल हैं जिनमें से शिक्षा विभाग के अनुसार सिर्फ 101 स्कूल ही जर्जर हैं। जबकि हकीकत में जर्जर स्कूलों की संख्या अधिक है। इन स्कूलों में सुविधाओं की कमी है और स्टॉफ भी नहीं है।
ऐसा ही एक स्कूल अंबाला छावनी के एक मात्र राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक स्कूल रामपुर सरसेहड़ी है। जिसकी स्थापना 1874 में हुई थी। यहां पर जर्जर भवन खड़े हैं। जिन्हें अभी तक तोड़ा नहीं गया है। वहीं बच्चे पुराने कक्षा कक्ष में पढ़ रहे हैं। इसके साथ ही स्कूल के मैदान में जलभराव है जिसमें मच्छरों का लारवा पनप रहा है।
हालात ऐसे हैं कि जलभराव के पास ही एमडीएम बनता है। स्कूल के शिक्षकों को कई बार खुद सफाई करानी पड़ जाती है। कई बार आपस में रुपये एकत्रित कर प्राइवेट कर्मचारी से सफाई कराते हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।