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Bilaspur Bhagat Singh Verma said that unscientific mining and blasting is being carried out at the Barmana cement factory
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Bilaspur: भगत सिंह वर्मा बोले- बरमाणा सीमेंट कारखाना में अवैज्ञानिक तरीके रूप से हो रहा है माइनिंग ब्लास्टिंग
बरमाणा सीमेंट कारखाना में काफी समय से अवैज्ञानिक और अवैध तरीके से माइनिंग और भारी ब्लास्टिंग हो रहा है। सारी माइनिंग का काम भूमि और धरती कंपनी को दे दिया है। कंपनी में कायदे कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके कारण आसपास रिहायशी क्षेत्र, पंजगाईं, धौनकोठी, कुनणू, जमथल सहित अन्य गांव के मकानों में दरारें आई हैं। यह बात एसीसी विस्थापित संघर्ष समिति के सलाहकार अधिवक्ता भगत सिंह वर्मा ने बिलासपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कंपनी पर आरोप लगाया कि स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर चोर दरवाजे से बाहरी क्षेत्र के लोगों रोजगार दे रहे है। कंपनी में एमबीए के पदों को भरने के लिए रोजगार कार्यालय और स्थानीय लोगों में भी कोई सूचना नहीं दिया गया है। जिला मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट में रॉयल्टी का लाखों रुपये आ रहा है। इन पैसों का सही रूप से उपयोग नहीं हो रहा है। इस रॉयल्टी का पैसा प्रभावित क्षेत्रों में खर्च न करके अन्य जगहों पर खर्च किया जा रहा है। समिति सरकार से मांग करती है कि इन पैसों का उपयोग प्रभावितों क्षेत्र में शिक्षा, पर्यावरण , स्वास्थ्य और अन्य विकास कार्यों में लगे। प्रभावित रिहायशी मकानों में हो रहे दरारों की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया, जिसमें एडीसी बिलासपुर की अध्यक्षता में मौके पर जाकर निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट सौंपा गया है। इस रिपोर्ट में पाया है माइनिंग और ब्लास्टिंग के कारण मकानों के लिए खतरा बना हुआ है। जिला मिनरल ट्रस्ट में रॅायल्टी का खर्च बरमाणा सीमेंट कारखाना के आस पास 500 मीटर के क्षेत्र में लगाना चाहिए था, लेकिन अन्य बाहरी क्षेत्रों में खर्च किया जा रहा है। पिछली भाजपा सरकार ने गाईडलाईन को बदलकर 1500 किलोमीटर कर दिया। इसका सीधा मतलब प्रभावित क्षेत्र में पैसा न लगाकर अन्य क्षेत्रों में लगाना है। विस्थापित न तो सही ढंग से मकान बना पाए और न ही किसी अन्य स्थान पर जमीन खरीद पाए। सरकार से मांग करते है कि अडानी कंपनी प्रबंधन को आदेश जारी करें कि रॉयल्टी का पैसा सही जगह पर लगे। उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुई तो प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करेंगे। इसका खामियाजा कंपनी को भुगतना होगा। इस मौके पर एसीसी लोकल कमेटी के अध्यक्ष संतराम ठाकुर, संजीव कुमार, हिम्मत सिंह, रमेश ठाकुर मौजूद रहे।
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