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बिलासपुर: कारगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि
कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को शहर के चंगर सेक्टर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में बलिदान हुए जवानों को याद करते हुए प्रशासन, सेना, पूर्व सैनिकों और आम जनता ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उपायुक्त राहुल कुमार, पुलिस अधीक्षक संदीप धवल विशेष तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम में बलिदानियों की पत्नियों और परिजनों की मौजूदगी से माहौल बेहद भावुक हो गया। सभी ने बलिदानियों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। उनकी आंखों में गर्व और आंसू दोनों झलक रहे थे। वीर नारियों की उपस्थिति ने यह संदेश दिया कि देश की रक्षा में पूरा परिवार योगदान देता है। इस कार्यक्रमें वीर नारियों व्यासा देवी, निशा देवी, रक्षा देवी और कांता देवी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त राहुल कुमार ने उपस्थित लोगों को देश सेवा और कर्तव्य पालन की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के अमर शहीदों की वीरता और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका बलिदान हमें अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाने की प्रेरणा देता है। कहा कि प्रदेश न केवल देवभूमि, बल्कि वीरभूमि भी है, जहां के हजारों युवा आज भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों में सेवा दे रहे हैं। कारगिल युद्ध में बिलासपुर के वीर जवानों ने असाधारण साहस और देशभक्ति का परिचय दिया। जिले के सात जांबाजों ने दुश्मन को पीछे धकेलते हुए मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर किए। इन वीरों में वीर चक्र विजेता हवलदार उधम सिंह, नायक मंगल सिंह, राइफलमैन विजय पाल, हवलदार राजकुमार, नायक अश्वनी कुमार, हवलदार प्यार सिंह और नायक मस्तराम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गौरव का विषय यह है कि परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार भी बिलासपुर से संबंध रखते है। पूर्व सैनिकों कैप्टन अमरनाथ, कैप्टन बालक राम और अन्य ने कारगिल युद्ध और सेना के अनुशासन पर अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। कर्नल रुपिंदर, कैप्टन बालक राम, कैप्टन अमरनाथ, स्वतंत्रता सेनानी नरोत्तम दास शास्त्री की धर्मपत्नी प्रेमी देवी, फ्लाइंग ऑफिसर निक्का राम, कैप्टन सुंदर, कैप्टन सीताराम के परिजन तथा वीर नारियां व्यास देवी, निशा देवी, रक्षा देवी और कांता देवी विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
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