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Kishtwar Cloudburst Updates: MLA Sunil Sharma gave important information on rescue work in Kishtwar accident
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Kishtwar Cloudburst Updates: किश्तवाड़ हादसे में बचाव कार्य पर विधायक सुनील शर्मा ने दी बड़ी जानकारी
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: भास्कर तिवारी Updated Sun, 17 Aug 2025 03:16 AM IST
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने चशोती इलाके में बादल फटने की घटना पर कहा, "पहले दिन सिर्फ़ घायलों को निकालकर अस्पताल भेजा गया। दूसरे दिन चुनौती फंसे यात्रियों को बचाने और मलबा हटाने की थी। काफ़ी हद तक हम इसमें कामयाब रहे। आज मौसम और ट्रैक भी साफ़ था। पूरे ऑपरेशन की कमान सेना के हाथ में थी और NDRF, CISF, SDRF, BRO की सभी कंपनियों ने उनकी मदद की। आज सुबह से 6 शव बरामद किए जा चुके हैं... आज का राहत और बचाव अभियान बहुत अच्छा रहा... अगले दो दिनों में यहां एक बेली ब्रिज लगा दिया जाएगा।" मृतकों में ज्यादातर मचैल माता के तीर्थयात्री बताए जा रहे हैं। मलबे में अब भी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। मौसम खराब होने से बचाव कार्य में बाधा आ रही है। चिशोती प्रसिद्ध मचैल माता तीर्थयात्रा मार्ग का पड़ाव स्थल है। 25 जुलाई से चल रही मचैल माता यात्रा भी रोक दी गई है। यात्री जहां पर हैं, वहीं पर उन्हें रुकने को कहा गया है। पीएम नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आपदा पर गहरा दुख जताया और पीड़ितों की हर संभव सहायता का भरोसा दिया।
वीरवार दोपहर 12 बजे से 1 बजे के बीच मचैल माता मंदिर यात्रा के पड़ाव में पड़ने वाले आखिरी गांव चिशोती में बारिश आफत बनकर टूटी। किश्तवाड़ से 83 किलोमीटर दूर उपमंडल पाडर में स्थित इस गांव से ही 9,500 फीट ऊंचे मंदिर तक 8.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू होती है। यात्रा 5 सितंबर को संपन्न होती। इसके लिए भारी संख्या में श्रद्धालु यहां आए थे।चिशौती में भक्तों के लिए लगाए गए एक लंगर (सामुदायिक रसोई) को बादल फटने का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। पानी के साथ पत्थर व पेड़ बह कर आए जो घरों, दुकानों व तीर्थयात्रियों को बहा ले गए। एक सुरक्षा चौकी भी बह गई। चिशोती के उस हिस्से में भारी तबाही आई जो नाले पर बसे थे। नाले वाला पूरा हिस्सा ही बह गया है। पाडर के कई नालों में पानी का बहाव बहुत तेज हो गया है। भारी मात्रा में पानी बरस जाने से बाढ़ आ गई।
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