दमोह जिले के बटियागढ़ क्षेत्र अंतर्गत बरतलाई गांव में सोमवार रात ग्रामीणों ने एक खेत के पास तीन अजगर सांप एक साथ देखे, जिससे उनकी सांसें थम गईं। इसके बाद सर्प विशेषज्ञ को बुलाया गया, जिन्होंने रेस्क्यू कर 15 फीट लंबे दो अजगर सांपों को पकड़ लिया, जबकि तीसरा भाग गया। अजगर सांप पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार, बरतलाई गांव में ग्रामीणों ने खेत के पास पहले एक अजगर को देखा, जो फुंफकार रहा था। जब उन्होंने पास जाकर देखा तो वहां तीन बड़े-बड़े अजगर सांप मौजूद थे। इसके बाद सर्प पकड़ने में माहिर नवीन खान निवासी मड़ियादो को सूचना देकर बुलाया गया। नवीन ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दो विशाल अजगर सांपों को पकड़ा, जबकि तीसरा सांप नहीं मिला।
पकड़े गए दोनों अजगर सांप लगभग 15 फीट लंबे और काफी वजनी हैं। नवीन ने बताया कि मोहन पटेल के खेत में तीन अजगर सांपों की सूचना मिली थी। मौके पर दो सांप मिले, जिन्हें पकड़ लिया गया और मड़ियादो के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
खेतों में फसलें चौपट कर रहीं नीलगाय
इधर, बटियागढ़ तहसील के तालगांव, भरौटा, बरौदा, बड़ागांव, सगौनी, हारट, नीमी, लुधनी, लिधौरा, टिकरिया और रॉसरा के किसान जंगली जानवरों से परेशान हैं। नीलगाय और जंगली सुअर खेतों में घुसकर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ग्रामीण रविशंकर और राजू शर्मा ने बताया कि इन जंगली जानवरों की शिकायत जनसुनवाई से लेकर वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों तक की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। भूपेंद्र सिंह लोधी, रतन अठया, अखिलेश अहिरवार, और जसवंत सिंह ने बताया कि उनकी फसलें किसी तरह प्रकृति के प्रकोप से बची थीं, लेकिन अब जंगली पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं।
हटा वन परिक्षेत्र अधिकारी ऋषि तिवारी का कहना है कि शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। वीटगार्ड टीम को निर्देश दिए जा रहे हैं, जो पटाखों के माध्यम से जंगली जानवरों को खदेड़ने का प्रयास कर रही है।