खंडवा नगर की दो प्रभावशाली महिलाएं शहर की सड़कों पर व्यवस्थाएं या कहें कि अव्यवस्थाएं सुधारने निकलीं। इनमें से एक को जनता ने चुनकर निगम भेजा है, तो दूसरी को सरकार ने चुनकर खंडवा भेजा है। शहर भ्रमण के दौरान उनकी पैनी नजरों ने वह सब देखा, जिसके लिए उन्हें चुना गया है। साथ ही उन्होंने दबंगता के साथ मौके पर ही कई निर्णय भी लिए। निरीक्षण के दौरान वे कभी आम लोगों के हाथ जोड़ते दिखीं, तो कभी कुछ को डपटकर कहा, "सुधार लो अपनी आदतें और शहर के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझो।" यह नजारा महापौर अमृता अमर यादव और निगमायुक्त प्रियंका राजावत के शहर में किए गए औचक निरीक्षण का था।
दरअसल, शुक्रवार को महापौर अमृता अमर यादव और निगमायुक्त प्रियंका राजावत ने खंडवा नगर के मुख्य बाजारों, जिनमें केवलराम चौराहा, सब्जी मंडी क्षेत्र, बुधवारा बाजार, रामगंज, सराफा बाजार, हरीगंज क्षेत्र, वाटर वर्क्स, खारी बावड़ी, शिवाजी चौक और दुधतलाई का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ निगम का अमला भी मौजूद था।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने दुकानदारों को सख्त हिदायत दी कि यदि उनकी दुकानों में डस्टबिन नहीं हैं, तो इसे रखना उनकी जिम्मेदारी है। कई दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा गया कि यदि अगली बार निरीक्षण के दौरान डस्टबिन नहीं मिला तो जुर्माना लगाया जाएगा।
यातायात व्यवस्था सुधारने पर फोकस
शहर के बिगड़ते यातायात को लेकर भी दल ने दुकानदारों से अपील की कि वे अपनी दुकानों के सामने अव्यवस्थित वाहन खड़े न होने दें और सड़क पर सामान न फैलाएं। निरीक्षण के दौरान महापौर और निगमायुक्त ने कई स्थानों पर सफाई करवाने के आदेश दिए। सब्जी मंडी में खड़े हाथ ठेलों को व्यवस्थित खड़ा कराने और दुकानदारों को डस्टबिन रखने की हिदायत दी। साथ ही, सब्जी मंडी की सफाई जनभागीदारी से करवाने की बात कही।
कचरे के ढेर की सफाई
रामगंज क्षेत्र में नालियों की सफाई कर वहां जाली लगाने के निर्देश दिए गए। तुलसी उद्यान में कचरे के ढेर को तुरंत साफ कराया गया। दूधतलाई क्षेत्र में अवैध ठेलों को हटाने के आदेश दिए गए और उपयंत्री को निर्देश दिया गया कि उस स्थान पर पाथवे बनवाने की ड्राइंग तैयार करें।
नाक-मुंह पर पल्लू रखती नजर आईं दोनों महिलाएं
शहर भ्रमण के दौरान महापौर और निगमायुक्त की ट्यूनिंग शानदार दिखी। नालियों में पसरी गंदगी और बदबूदार हवाओं ने उन्हें कई बार नाक-मुंह पर पल्लू और चुनरी रखने पर मजबूर कर दिया। कचरे के ढेर, टूटे ओटले, कीचड़ भरी सड़कों और आवारा जानवरों की समस्याओं को देखकर दोनों ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।