मध्य प्रदेश में जब से भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने संकेत दिए हैं कि यह चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर नहीं लड़ा जाएगा, नए दावेदार भी सामने आ रहे हैं। सागर में प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने इशारों-इशारों में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा कर दिया है। उन्होंने कहा कि गुरु आज्ञा हुई है कि एक चुनाव और लड़ना है।
उन्होंने कहा कि 'गुरुजी ने मुझसे कहा कि इतना परेशान हुए हो तो एक बार चुनाव लड़ जाओ। यह अंतिम चुनाव होगा। गुरु आदेश है। निश्चित तौर पर मुझे लगा कि इस बार चुनाव हो रहे हैं तो किसी को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं किया जा रहा है। गुरु आज्ञा है तो हो सकता है कि परमेश्वर की कुछ इच्छा हो। ऐसा भी नहीं है कि कोई चाहत हो। लोग सरपंच, पार्षद बनने के लिए पार्षद रहते हैं। भगवान ने मुझे सब कुछ बनाया। नगर पालिका अध्यक्ष बनाया। विधायक बनाया। मंत्री बनाया। सबसे बड़ा पद होता है मुख्यमंत्री के बराबर। नेता प्रतिपक्ष भी बनाया। मैं 108 विधायकों का नेता था। कमलनाथ जी 113 विधायकों के नेता थे। हर चीज का मुहूर्त होता है। भाग्य रेखा में न रहा हो। समय कभी भी बदल सकता है। कुछ भी हो सकता है। जो कुछ भी बनूं, सब आपके लिए बनूं।'
भार्गव ने सागर जिले के रहली में प्रसिद्ध देवी सिद्ध पीठ टिकीटोरिया धाम में सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के 17.28 करोड़ रुपये की लागत से अंतराष्ट्रीय फेनिकुलर तकनीक से बन रहे रोप-वे का भूमिपूजन किया। रोप-वे बनने के बाद टिकीटोरिया में देवी दर्शन, पूजन, आराधना, उपासना के लिए आने वाले श्रद्धालुओं, बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों, विकलांगों और मरीजों को सुविधा हो जाएगी।
विरोधी भी चाहते हैं मुख्यमंत्री बने भार्गव
2003 में भार्गव के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस नेता अवधेश हजारी ने भी कहा कि मैं तो चाहता हूं कि कांग्रेस की सरकार बने और भाजपा की न बने। इसके बाद भी यदि भाजपा की सरकार बनती है तो गोपाल भार्गव को मुख्यमंत्री बनाने की मेरी कोशिश होगी। इस बयान को लेकर भी गहमागहमी तेज हो गई है।
भार्गव की दावेदारी मजबूत क्यों
गोपाल भार्गव 1985 में पहली बार विधायक बने थे। तब से लगातार जीत रहे हैं। आठ बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं। 2003 से लगातार 15 साल मंत्री रहे। 2018 के चुनावों में भाजपा को शिकस्त मिली तो डेढ़ साल तक नेता प्रतिपक्ष भी रहे। भाजपा की सरकार बनते ही फिर मंत्री बन गए। 71 वर्ष के भार्गव का एक बेटा और तीन बेटियां हैं। अक्सर चर्चा होती है कि गोपाल भार्गव के बेटे को पार्टी का टिकट मिल सकता है।