मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द की खरीदी चालू है। लेकिन, अपनी ही फसल को बेचने के लिए किसानों को रिश्वत देनी पड़ रही है। सीहोर जिले के रेहटी में मूंग खरीदी के लिए सर्वेयर का ऑनलाइन रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हो रहा है, जो रेहटी तहसील के कोसमी स्थित नित्या वेयरहाउस का है। नित्या वेयरहाउस को मूंग खरीदी का सेंटर बनाया गया है और यहां पर किसानों से सर्वेयर पैसे ले रहा है।
रिश्वतखोरी का यह खुलेआम खेल अन्य वेयरहाउसों पर भी तीन से चार हजार रुपये तक मूंग तौलने के लिए चल रहा है। राज्य की मोहन सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि मूंग खरीदी में गड़बड़ी होने पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इसके बावजूद रिश्वतखोरी जारी है। वायरल वीडियो में सर्वेयर से बात करते हुए एक किसान ऑनलाइन ₹3,000 ट्रांसफर करता दिखाई दे रहा है। इस ट्रांजेक्शन का स्क्रीनशॉट और बातचीत का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में लेन देन की चर्चा और एक मोबाइल नंबर 9238607716 का जिक्र है, जो राजस्थान का बताया जा रहा है। यह नंबर किसी ऑनलाइन संचालक से संबंधित है।
जांच में सामने आया 500 क्विंटल अमानक मूंग
क्षेत्र के वासुदेव गांव स्थित रामानंद वेयरहाउस पर किसान की शिकायत के बाद जब जांच दल पहुंचा और यहां पर मूंग के स्टैक की जांच की तो अमानक मूंग निकलकर सामने आया। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 500 क्विंटल से भी अधिक अमानक मूंग प्रारंभिक जांच में सामने आया है। इसके अतिरिक्त अभी वेयरहाउस में रखे अन्य मूंग की भी जांच की जाएगी।
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किसानों को नहीं मिल रहा मूंग का भुगतान
जिले में 15,143 मीट्रिक टन मूंग बेचे जाने के बावजूद अब तक किसी भी किसान को भुगतान नहीं मिल पाया है। जिलेभर के 54 उपार्जन केंद्रों पर अब तक 5,467 किसानों ने 15,143 मीट्रिक टन मूंग बेचकर बिल बनवा लिए हैं, लेकिन भुगतान प्रक्रिया शुरू नहीं होने से किसानों के खातों में एक भी रुपया नहीं पहुंचा है। इससे किसानों में भारी रोष है, क्योंकि उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य तो मिल रहा है, लेकिन समय पर पैसा न मिलने से आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नोडल अधिकारी नदारद
कृषि विभाग ने मूंग खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए 40 नोडल अधिकारी नियुक्त किए थे। इनमें वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन, एनआरएलएम, राजस्व, कृषि, सहकारिता और एमपीएससीएससी के अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। इन्हें नियमित रूप से उपार्जन केंद्रों का दौरा कर गुणवत्ता नियंत्रण और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, किसानों का कहना है कि ये अधिकारी-कर्मचारी शायद ही कभी केंद्रों पर पहुंचे हैं, जिससे किसानों को मनमानी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
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भैरूंदा में पकड़ा था खरीदी से पहले मूंग
जिले के भैरूंदा में राजस्व विभाग की टीम ने मूंग खरीदी से पहले वेयरहाउस में रखने के लिए जा रहे मूंग के ट्रक को पकड़ा था। इसमें बड़ी मात्रा में मूंग था, जो हरदा जिले से लाया जा रहा था। हालांकि वेयरहाउस में रखने से पहले ही राजस्व अमले ने पकड़कर जप्त कर लिया था। ऐसी धांधलियां हर वर्ष कई वेयरहाउसों में होती हैं, लेकिन इस बार प्रशासन की सतर्कता से ऐसा नहीं हो पाया है।
गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
कृषि विभाग के एडीए अनिल जाट ने बताया कि हमारे पास अभी तक ऐसा कोई वीडियो नहीं आया है। यदि गड़बड़ी हो रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी एवं कार्रवाई भी की जाएगी। मूंग खरीदी में किसी भी प्रकार की गड़बड़ियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। जिला सहकारी बैंक रेहटी के शाखा प्रबंधक रघुबीर मालवीय ने बताया कि सहकारी समितियों द्वारा खरीदी में सहयोग किया जा रहा है। समितियां खरीदी से संबंधित व्यवस्थाओं में लगी हुई हैं। सर्वेयरों द्वारा मूंग की जांच की जाती है।