रीवा जिले के समान थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, यहां एक युवक ने पैसों की जरूरत के चलते खुद के अपहरण की नाटकीय साजिश रच डाली। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो हकीकत सामने आई, जिससे हर कोई हैरान रह गया।
घटना 29 मार्च की है, जब मुसनी देवी नाम की महिला ने अपने 25 वर्षीय बेटे अमन विश्वकर्मा के लापता होने की शिकायत समान थाने में दर्ज कराई। महिला ने पुलिस को बताया कि उसका बेटा इलाज के लिए अस्पताल जाने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन फिर अचानक गायब हो गया। कुछ समय बाद महिला के मोबाइल फोन पर एक संदेश और तस्वीरें आईं, जिसमें अमन के हाथ बंधे हुए थे और उसके पास एक अवैध पिस्टल भी दिख रही थी। साथ ही एक कॉल आई, जिसमें दो लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई।
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पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर टीम की मदद ली और जांच शुरू की। एक अप्रैल को पुलिस ने बदराव गांव के पास से अमन को सुरक्षित बरामद कर लिया। पूछताछ में युवक ने खुलासा किया कि उसने खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची थी, ताकि अपने परिवार से दो लाख रुपये ले सके। अमन ने बताया कि उसने एक गाड़ी फाइनेंस कराई थी, जिसकी 60 हजार रुपये की किश्त चुकाने के लिए और एक जमीन खरीदने के लिए उसे पैसों की जरूरत थी। इसी के चलते उसने अपने हाथ छोटे बच्चों से बंधवाए और खुद की फोटो खींचकर परिवार को भेजी, ताकि अपहरण का नाटक असली लगे।
युवक के पास से बरामद पिस्टल के संबंध में पूछताछ करने पर पता चला कि उसने यह हथियार यूपी के किसी अज्ञात व्यक्ति से खरीदा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया। सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी ने बताया कि युवक ने पैसों की जरूरत के कारण यह झूठी साजिश रची थी, लेकिन अब उसे इसके कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।