तारा माई देवी मंदिर पर मधुमक्खियों ने श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया। घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि सभी हताहत लोग इंदौर के रहने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक, बुंदेलखंड के सुप्रसिद्ध और निवाड़ी जिले में स्थित तारा माई मंदिर में उस समय भगदड़ मच गई, जब मधुमक्खियां ने हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तारा माई मंदिर में हवन के दौरान अचानक मधुमक्खियां ने श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया, जिसमें आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पृथ्वीपुर लाया गया, जहां से सभी घायलों की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओरछा के जंगल और आसपास के क्षेत्र में मधुमक्खियां के बड़ी संख्या में मौजूद हैं, तारा माई मंदिर पहाड़ी पर स्थित हैं और वहां पर हवन होने के कारण जो धुआं उठा उस कारण से मधुमक्खियां ने अचानक हमला कर दिया। इसमें आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
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इंदौर की रहने वाले हैं घायल
इंदौर के रहने वाले घायल बाबूलाल ने बताया कि उनका परिवार पहले ग्वालियर गया। इसके बाद अपनी कुलगुरु देवी तारा माई के मंदिर में पहुंचा था, जहां पर पंडित द्वारा हवन पूजन कराया गया। हवन पूजन होने के बाद जैसे ही सभी लोग खाना खाने के लिए बैठे तो अचानक मधुमक्खियां ने हमला कर दिया। इसमें वह स्वयं, उनकी मां गोमती बाई, जमुना प्रसाद, अनीता, उमेश, कार्तिक और 8 वर्ष की गोरी 13 वर्ष का नितिन घायल हुए हैं। सभी की हालत गंभीर होने पर उन्हें पृथ्वीपुर के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद सभी को झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया, जिसमें उनकी मां गोमती बाई की हालत गंभीर बताई जा रही है।