शहरी क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से मौसम साफ था और इस दौरान बारिश लगभग रुक सी गई थी। वेधशाला में 8 सितंबर को अंतिम बार 6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई थी। इसके बाद 15 सितंबर फिर बारिश का दौर शुरू हो गया था और 16 सितंबर की सुबह तक 2 इंच पानी बरसा था। बुधवार शाम से रात तक फिर बारिश का दौर चला और करीब 2 इंच वर्षा और हो गई। इसके कारण गुरुवार सुबह शिप्रा नदी फिर उफान पर आ गई और छोटे पुल तक जलस्तर पहुंच गया।
वेधशाला के अनुसार उज्जैन शहरी क्षेत्र में पिछले सप्ताह 8 सितंबर को 6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई थी और इसे मिलाकर बारिश का कुल आंकड़ा 750 मिमी अर्थात 29.54 इंच पहुंच गया था। उसके बाद से मौसम साफ हो गया था और धूप खिली होने के कारण तापमान भी बढ़कर 32 डिग्री तक पहुंच गया था। 15 सितंबर को तड़के फिर मौसम बदला और रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ था।
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वेधशाला में 16 सितंबर की सुबह दो इंच बारिश होने के बाद आंकड़ा बढ़कर 31.54 इंच पर पहुंच गया था। इधर बुधवार शाम 6 बजे से फिर जोरदार बारिश शुरू हुई और देर रात तक वर्षा होती रही। गुरुवार सुबह वेधशाला में 46 मिमी अर्थात 1.81 इंच वर्षा दर्ज की गई। इसे मिलाकर गुरुवार सुबह 8 बजे तक उज्जैन शहरी क्षेत्र में 851 मिमी अर्थात 33.50 इंच वर्षा हो चुकी थी। उल्लेखनीय है कि उज्जैन में औसत बारिश का आंकड़ा लगभग 37 इंच माना जाता है। ऐसे में अभी भी यह आंकड़ा प्राप्त करने में करीब 4 इंच बारिश की और आवश्यकता है। वेधशाला अधीक्षक गुप्त ने बताया कि एक बार फिर मालवा में कम दबाव का क्षेत्र बना है और अगले 36 घंटे में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। इधर आज सुबह से बादल छाए हुए हैं और शाम तक तेज बारिश का अलर्ट है।
रामघाट क्षेत्र में कई मंदिर हुए जलमग्न
कल रात उज्जैन के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश हुई, जिसके चलते शिप्रा नदी में गुरुवार सुबह फिर उफान आ गया। रामघाट से लेकर छोटे पुल तक घाटों के किनारे बने मंदिर आधे से ऊपर डूब गए थे और नदी का जलस्तर छोटे पुल को छू रहा था। सुबह 10 बजे तक शिप्रा नदी में लगातार पानी बढ़ रहा था।
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कई जगह जल जमाव, मण्डी में भी पानी भरा
कल शाम से रात तक चले बारिश के दौर के बीच शहर में कई निचले इलाकों में सड़कों पर पानी जमा हो गया था। ढांचा भवन, केडी गेट, छत्री चौक सब्जी मण्डी, नई सड़क, गदा पुलिया क्षेत्र के अलावा कृषि उपज मंडी प्रांगण में भी नीलामी शेड के आसपास घुटनों तक पानी भर गया था। इस कारण मंडी परिसर में व्यापारियों की रखी हुई उपज और लहसून प्याज की कट्टियां भीग गई थीं।
गंभीर बांध के गेट नं. 3 को 1.50 मीटर खोला
कुछ दिन पहले कैचमेंट एरिया तथा इंदौर में हुई जोरदार बारिश के कारण यशवंत सागर तालाब का एक गेट खोला गया था और उज्जैन का गंभीर डैम फुल हो गया था। लेवल स्थिर करने के लिए डेम का एक गेट खोलना पड़ा था। इसके एक सप्ताह बाद फिर इंदौर से लेकर उज्जैन तक जोरदार बारिश हुई थी तथा इंदौर के यशवंत सागर का फिर गेट खोलने से तथा उज्जैन और देवास क्षेत्र में जोरदार बारिश के कारण गंभीर बांध का लेवल 2250 एमसीएफटी से ऊपर चला गया था। पीएचई के अधिकारी दिलीप नौधाने ने बताया कि गंभीर बांध में पानी की आवक होने के कारण कल रात गंभीर बांध के गेट नं. 3 को 1.50 मीटर खोला गया है। सुबह 10 बजे तक यह खुला हुआ था और गंभीर बांध का लेवल 2198.400 एमसीएफटी पर मैंटेन किया जा रहा था।
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