मध्यप्रदेश के एक जिले के प्रमुख शहर में अब रविवार की छुट्टी नहीं रहेगी। इस दिन स्कूल खुलेंगे। यहां रविवार की बजाए सोमवार का अवकाश घोषित किया गया है यानि इस दिन स्कूल बंद रहेंगे। उज्जैन में जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है, जो कि सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों पर लागू होगा।
बाबा महाकाल की सवारी को ध्यान में रखकर लिया गया यह फैसला 11 अगस्त तक प्रभावी रहेगा। सवारी वाले दिन उज्जैन में लाखों भक्त आते हैं जिनकी भीड़ में स्कूलों की बस फंस जाती है। इससे बच्चे और उनके परिजन परेशान हो जाते हैं। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने रविवार के स्थान पर सवारी वाले दिन यानी सोमवार को अवकाश की घोषणा की है। शिक्षा विभाग इस संबंध में जल्द ही ऑर्डर जारी करेगा।
ये भी पढ़ें- बाबा महाकाल की अनन्य भक्त थीं शेफाली जरीवाला, सोशल मीडिया पर लिखा था 'दर्शन कर लगा महाकाल कुछ कह रहे'
उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इसीलिए प्रतिवर्ष यह व्यवस्था की जाती है कि बच्चों के स्कूल सोमवार के दिन छुट्टी रखकर रविवार के दिन लगाए जाते हैं। इस वर्ष भी ऐसी ही व्यवस्था की जाएगी। इस व्यवस्था से सवारी मार्ग पर ना तो स्कूल बस से कोई जाम होगा और ना ही मार्ग पर पैदल चलने वाले श्रद्धालुओं को किसी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि जल्द ही शिक्षा विभाग इसके लिए ऑर्डर जारी करेगा। बताया जाता है कि बाबा महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई, द्वितीय सवारी 21 जुलाई, तृतीय सवारी 28 जुलाई, चतुर्थ सवारी 4 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जाएगी। इसी तरह भादौ मास में पंचम सवारी 11 अगस्त को रहेगी। इन पांच सोमवार को स्कूलों की छुट्टी रहेगी। इससे एक दिन पहले रविवार को स्कूल लगाए जाएंगे। जब की राजसी सवारी सोमवार 18 अगस्त 2025 को निकलेगी इस दिन स्थानीय अवकाश रहेगा।
ये भी पढ़ें- मस्तक पर त्रिशूल और गले में मखाने की माला, आज भस्म आरती में कुछ ऐसे सजे बाबा महाकाल
भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम से बचाने की पहल
हर साल महाकाल की सवारी के दौरान शहर में भारी भीड़ उमड़ती है। सवारी मार्गों पर ट्रैफिक प्रतिबंधित रहता है, जिससे स्कूल बसों और विद्यार्थियों को आवागमन में परेशानी होती है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने पिछले वर्षों की तरह इस बार भी व्यवस्था में बदलाव किया है।

महाकाल का स्वरूप
महाकाल के सवारी दर्शन, फाइल फोटो