उमरिया जिले का अमर शहीद स्टेडियम 1 दिसंबर से 6 दिसंबर तक खेल भावना और राष्ट्रीय एकता का केंद्र बना हुआ है। 69वीं राष्ट्रीय शालेय फुटबॉल प्रतियोगिता 14 वर्षीय वर्ग का शुभारंभ लोक शिक्षण संचालनालय मध्य प्रदेश शासन द्वारा कराया गया। उद्घाटन शहडोल संभाग की कमिश्नर ने किया। इस अवसर पर जिले के कलेक्टर, भाजपा जिला अध्यक्ष, अधिकारी-कर्मचारी और देशभर से आए खिलाड़ियों व उनके टीम अधिकारियों की मौजूदगी रही। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा विभिन्न राज्यों के ध्वज लेकर आकर्षक परेड से हुई, जिसके बाद खिलाड़ियों को खेल भावना और अनुशासन का शपथ दिलाई गई।
पहला मुकाबला गुजरात और सीबीएसई टीम के बीच खेला गया। कलेक्टर ने मीडिया को बताया कि प्रतिदिन चार अलग-अलग मैदानों पर मैच आयोजित किए जाएंगे। पूरे देश से कुल 33 टीमें इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं, जिससे उमरिया खेल के मानचित्र पर एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।
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जिला प्रशासन ने तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बाहर से आने वाली टीमों के लिए आवास, भोजन और खेलने के स्थानों की व्यवस्था को प्राथमिकता देकर तैयार किया गया है। शहर में पोस्टर और बैनर के माध्यम से प्रतियोगिता का माहौल बनाया गया है। फुटबॉल टीमों के आने से शहर में चहल-पहल बढ़ गई है, स्थानीय लोगों में भी खेल के प्रति उत्साह नजर आ रहा है।
हालांकि विपक्षी दल ने इस आयोजन पर सवाल भी उठाए हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता कराने से पहले जिले में अंतरराष्ट्रीय मानकों के खेल मैदान विकसित किए जाने चाहिए। विपक्ष ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि जब तक खेल ढांचे को मजबूत नहीं किया जाएगा, तब तक खिलाड़ियों को बड़े मंचों पर आगे बढ़ने में मुश्किलें आएंगी।
फिर भी इस आयोजन को उमरिया के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है। खेल प्रेमियों का कहना है कि ऐसे आयोजनों से जिले के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और आने वाले वर्षों में उमरिया खेल जगत में और भी सशक्त पहचान बना सकता है। कुल मिलाकर, फुटबॉल प्रतियोगिता ने जिले में खेल माहौल को जगा दिया है और उमरिया राष्ट्रीय स्पोर्ट्स हब बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा है।