बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर रेंज अंतर्गत लगातार दो गांवों में इंसानों पर हमले करने वाली एक बाघिन को अंततः सोमवार सुबह 10 बजे सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया। यह बाघिन हाल ही में एक मासूम बच्चे और एक महिला पर हमला कर चुकी थी, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में भय और तनाव का माहौल बना हुआ था। बाघिन के पकड़े जाने के बाद अब क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।
बाघिन को धमोखर रेंज के पिपरिया बीट में पीएफ 112 के समीप ट्रैक कर रेस्क्यू किया गया। इस अभियान का नेतृत्व रेस्क्यू प्रभारी अर्पित मैढाल ने किया। उन्होंने रेस्क्यू की सफलता की पुष्टि की। इस मौके पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक, सहायक संचालक धमोखर और ताला, वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी, रेंजर धमोखर, रेस्क्यू प्रभारी रेंजर पतौर समेत रेस्क्यू टीम और फील्ड स्टाफ मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें- पन्ना राज परिवार के निर्माण पर चला बुलडोजर, जगदीश स्वामी मंदिर का पुराना रास्ता बंद करने का मामला
फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय ने जानकारी दी कि यह बाघिन लंबे समय से उस क्षेत्र में सक्रिय थी, जो उसका नियमित आवासीय इलाका माना जाता है। बीते कुछ समय में इसके मूवमेंट के दौरान दो अलग-अलग घटनाओं में मासूम और महिला पर हुए हमलों ने मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति को जन्म दे दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पार्क प्रबंधन ने इसे रेस्क्यू करने का निर्णय लिया। रेस्क्यू के बाद बाघिन को विशेष इनक्लोजर में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां वन्य जीव चिकित्सकों की टीम उसकी निगरानी कर रही है। चिकित्सकों द्वारा बाघिन की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है, ताकि उसके व्यवहार का आंकलन किया जा सके और भविष्य में उसकी शिफ्टिंग अथवा पुनर्वास से संबंधित कोई निर्णय लिया जा सके।
ये भी पढ़ें- शहडोल में पुलिस भी सुरक्षित नहीं, डीएसपी के घर हो गई चोरी, साहब ने नौकर से दर्ज करवाई एफआईआर
स्थानीय ग्रामीणों ने बाघिन के पकड़े जाने पर राहत जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि बाघिन की उपस्थिति ने खेतों में काम करना और बच्चों को बाहर भेजना तक मुश्किल कर दिया था। अब स्थिति सामान्य हो सकेगी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन की तत्परता और सफल रेस्क्यू ऑपरेशन ने जहां गांववासियों को राहत पहुंचाई है, वहीं यह कदम मानव और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखने की दिशा में भी अहम माना जा रहा है।