मध्यप्रदेश में सिंगरौली जिले की स्व-सहायता समूह की महिला संजय द्विवेदी ने अपनी अनोखी मधुबनी पेंटिंग्स से पारंपरिक कला को नई पहचान दे रही हैं। वह रामायण, महाभारत और ऐतिहासिक प्रसंगों को जीवंत बनाती हैं। कपड़े, कैनवास और दीवारों पर प्राकृतिक रंगों से बनी उनकी पेंटिंग्स लोगों को आकर्षित कर रही हैं। वहीं, नई पीढ़ी तक इस कला को पहुंचाना चाहती हैं।
सिंगरौली में रहने वाली संजय द्विवेदी अपनी अनोखी मधुबनी पेंटिंग्स से लोगों का दिल जीत रही हैं। संजय द्विवेदी ने करीब 20 साल की उम्र में पेंटिंग बनाना शुरू किया था। आज अपनी मेहनत और हुनर से इस पारंपरिक कला को एक नई पहचान दिला रही हैं।
महिला संजय द्विवेदी का मानना है कि हमारी संस्कृति और इतिहास धीरे-धीरे लोग भूलते जा रहे हैं। इसलिए वह अपनी पेंटिंग्स के जरिए रामायण, महाभारत और कई ऐतिहासिक प्रसंगों को जीवंत करने की कोशिश करती हैं। उनकी कलाकृतियां न केवल खूबसूरत होती हैं, बल्कि इनमें छिपे गहरे अर्थ भी लोगों को आकर्षित करते हैं।
वहीं, सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने भी उनकी इस कलाकृति की सराहना की है। कलेक्टर को पेंटिंग इतनी पसंद आ गई कि उन्होंने स्वंय ही यह पेंटिंग खरीद ली। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि मार्केट में उपलब्ध करने के लिए पहले चरण में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, ओरझा, मांडू और खजुराहो के एमपी टूरिज्म एवं अन्य पर्यटक स्थलों के निजी होटल में रखवाया जाएगा। इन पेंटिंगों का एग्विशन कर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही फिल्पकार्ट, मिशो गया अन्य ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म पर भी रजिस्टर कराया जाएगा।