बांसवाड़ा शहर के दाहोद मार्ग पर नीलम नगर कॉलोनी में एक झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से महिला की मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी ले गए तो वहां परिजन आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। रहे। काफी देर तक पुलिस की समझाइश पर माने और शव का पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं पुलिस ने क्लिनिक को सील कर दिया, जबकि आरोपी झोलाछाप डॉक्टर फरार है।
पुलिस के अनुसार, राजतालाब थाना क्षेत्र के सुभाष नगर निवासी शांति पत्नी जगदीश डबगर (28) को गुरुवार शाम को सर्दी-जुकाम की शिकायत हुई। इस पर परिजन उसे दाहोद रोड पर, नीलम नगर स्थित एक झोलाछाप के क्लिनिक पर ले गए। वहां शांति को इंजेक्शन लगाया। कुछ ही देर बाद शांति की तबीयत बिगड़ गई। यह देख झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों से महिला को महात्मा गांधी चिकित्सालय ले जाने को कहा। परिजन महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसे भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान शांति ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची। रात होने के कारण शव मोर्चरी में रखवाया।
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डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग
शुक्रवार को मृतका के शव के पोस्टमार्टम कार्यवाही के लिए पुलिस मोर्चरी पहुंची, लेकिन परिजन आरोपी झोलाछाप डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे। काफी देर तक हंगामेदार स्थिति बनी रही। पुलिस ने परिजनों से समझाइश की। काफी मशक्कत के बाद वे पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। इसके बाद महिला का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा गया।
क्लिनिक सील, डॉक्टर फरार
सीआई देवीलाल मीणा ने बताया कि परिजनों की ओर से गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत की रिपोर्ट दी गई। नीलम नगर स्थित क्लिनिक को सील कर दिया है। क्लिनिक संचालक फरार हो गया है। उसकी तलाश की जा रही है। पूछताछ के बाद दोषी पाए जाने उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
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