बाड़मेर जिले में बुधवार रात को शराब ठेके के संचालक खेताराम की हत्या में एक एनएसजी कमांडो चंपाराम का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि दो दिन पहले दोनों ने साथ बैठकर शराब पार्टी की थी। इस दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर तू तू मैं मैं भी थी। हालांकि उसे समय एनएसजी कमांडो चंपाराम अपने दोस्त के साथ वहां से चला गया था। आरोप है कि बुधवार रात को उसने अपने दोस्त ओमप्रकाश सहित अन्य साथियों के साथ मिलकर बुधवार रात को सदर थाना क्षेत्र के सरणू गांव में शराब ठेके के संचालक खेताराम, हरलाल और वीरेंद्र पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। इस घटना में खेताराम की मौत हो गई, जबकि हरलाल गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया है। वहीं वीरेंद्र को मामूली छोटी आई हैं।
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इस मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने गुरुवार को बाड़मेर जिला अस्पताल की मोर्चरी के आगे धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने धरना स्थल पर पहुंचकर वार्ता करते हुए आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। एसपी नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि इस मामले में एनएसजी कमांडो चंपाराम जो कि कुछ दिन पहले ही छुट्टी पर अपने गांव आया था। मामूली विवाद के चलते बुधवार रात को एनएसजी कमांडो चंपाराम और ओमप्रकाश सहित कुछ अन्य लोगों ने मिलकर खेताराम सहित तीन लोगों पर हमला किया था। जिसमें खेताराम की मौत हो गई है। एक घायल को जोधपुर रेफर किया गया है। वहीं एक अन्य को मामूली चोटें आई थीं।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने जिले में नाकाबंदी करने के साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि एनएसजी कमांडो को लेकर दिल्ली के अधिकारियों से संपर्क किया गया है और पुलिस टीम को भी भेजा गया। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।