{"_id":"693417da6cec84944c0223c1","slug":"video-aal-thama-na-bugdhhana-sa-rayabral-ma-kasana-narasha-2025-12-06","type":"video","status":"publish","title_hn":"आलू दाम न बढ़ने से रायबरेली में किसान निराश","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
रायबरेली में आलू की खेती करीब 10 हजार हेक्टेयर में होती है। इस बार आलू की खेती से किसानों को मुनाफा की उम्मीद कम है। कारण पुराना आलू खरीदा नहीं जा रहा है। नए आलू के दाम सस्ते हैं। किसानों का कहना है कि एक बीघा खेती में 30 से 35 हजार की लागत आ रही है। जिस तरह बाजार में आलू के दाम हैं। उससे लागत निकलना मुश्किल है। आलू पर किसी तरह का अनुदान भी नहीं मिलता है। ऐसे में किसानों के लिए आलू की खेती मुफीद नहीं रह गई है। जिले में सलोन, सतांव, लालगंज, ऊंचाहार में आलू की खेती अधिक होती है। इसमें सलोन में सबसे अधिक आलू बोया जाता है। किसानों को उम्मीद थी कि नया आलू 20 रुपये किलो के ऊपर जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। आलू के दाम 12 से 15 रुपये किलो के बीच हैं। जिस तरह नया आलू आ रहा है, उससे आने वाले दिनों में दाम और गिरने की संभावना है।
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