दिल्ली के तिमारपुर स्थित गांधी विहार इलाके में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा की मौत के मामले में जांच के दौरान कई नए खुलासे सामने आए हैं। पुलिस के अनुसार, रामकेश और अमृता की मुलाकात मई 2025 में हुई थी, जो जल्द ही नजदीकी रिश्ते में बदल गई। इसके बाद दोनों साथ रहने लगे।
जांच में सामने आया है कि दोनों के बीच किसी निजी बात को लेकर मतभेद बढ़ गया था। बताया जा रहा है कि रामकेश के पास कुछ निजी फाइलें थीं, जिन्हें अमृता हटवाना चाहती थी, लेकिन वह बार-बार टालमटोल करता रहा। इसी बात को लेकर उनके बीच तनाव बढ़ गया।
अमृता ने यह बात अपने पुराने दोस्त सुमित को बताई, जिसके बाद दोनों ने रामकेश से बात करने की योजना बनाई। सुमित अपने साथी संदीप के साथ दिल्ली पहुंचा।
घटना वाले दिन अमृता पहले से फ्लैट में मौजूद थी, और रात करीब 8:30 बजे सुमित और संदीप वहां पहुंचे। बातचीत के दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि मामला हिंसक हो गया, जिसमें रामकेश की जान चली गई। इसके बाद संदीप करीब 39 मिनट में वहां से निकल गया।
घटना के बाद अमृता और सुमित ने कमरे में रखे कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और निजी सामान इकट्ठा किया। बताया जा रहा है कि अमृता ने अपना कुछ सामान ट्रॉली बैग में रखकर वहां से निकल गई।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और घटना से जुड़े सबूत इकट्ठा कर रही है।