मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में जांच के बाद एसआईटी (विशेष जांच दल) ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का रुख किया है। सोमवार को जांच दल के सदस्यों ने सौ शैय्या अस्पताल पहुंचकर छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों से पूछताछ की। लगभग आधे घंटे तक पूछताछ के बाद एसआईटी की टीम वापस लौट गई। एसआईटी छात्रा की कथित मौत और दुष्कर्म के मामले में हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है। पहले चरण में नवोदय विद्यालय में घटनास्थल से शुरुआत कर परिसर और आसपास छानबीन की थी। दूसरे दिन बाहर से किसी व्यक्ति के प्रवेश की आशंका पर जांच की गई। छात्रा के परिजनों से भी पूछताछ की गई। सोमवार को एसआईटी के सदस्यों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अध्ययन किया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों से पूछताछ की गई। दोपहर साढ़े 12 बजे के करीब एसआईटी में शामिल डीएसपी तनु उपाध्याय और इंस्पेक्टर पूनम अवस्थी सौ शैय्या अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों से रिपोर्ट पर चर्चा की। साथ ही उनकी नजर में मृत्यु एक आत्महत्या है या फिर हत्या इस बारे में जानकारी जुटाई।
मैनपुरी नवोदय छात्रा की मौत का मामला: दो साल बाद एसआईटी की छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक से पूछताछ, इन पहलुओं पर जांच
एसआईटी के सदस्यों ने छात्रा का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों से जब सवाल जवाब किए तो जवाब देना उनके लिए मुश्किल हो रहा था। दरअसल दो साल पहले उन्होंने यह पोस्टमार्टम किया था। इसके बाद अब तक व सैकड़ों पोस्टमार्टम कर चुके हैं, ऐसे में एक विशेष पोस्टमार्टम के बारे में याद रखना उनके लिए मुश्किल भरा था। उन्होंने साफ कहा कि जो भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखा गया है वही सत्य है।
एडीजी ने छात्रा के परिजनों को दिलाया न्याय का भरोसा
रविवार रात को एसआईटी ने छात्रा के परिजनों को सुल्तानपुर से बुलाया था। कैंप कार्यालय पर बंद कमरे में उनसे घंटों बातचीत और सवाल-जवाब किए। एडीजी भानु भास्कर ने परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही जांच के संबंध में भी जानकारी दी। सुल्तानपुर से पुलिस छात्रा के परिजनों को सुरक्षा के बीच रविवार को शाम चार बजे के करीब मैनपुरी लेकर पहुंची थी। पुलिस उन्हें सीधा ट्रांजिस्ट हॉस्टल स्थित एसआईटी कैंप कार्यालय लेकर पहुंची। यहां रात दस बजे तक वे रहे। बंद कमरे में एसआईटी में शामिल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने छात्रा के माता-पिता से बातचीत की।
छात्रा के पिता ने बताया कि एसआईटी अध्यक्ष एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने बताया कि अब मामले की जांच वे और उनकी टीम कर रहे हैं। हर बिंदु पर गहराई से जांच की जाएगी, जो भी दोषी होगा सामने आ जाएगा। एफआईआर में नामजद किए गए लोगों से पूछताछ के बारे में भी उन्होंने बताया। कहा कि, जल्द ही जांच पूरी कर वे रिपोर्ट उच्च न्यायालय को देंगे। परिजनों को सुरक्षा का भी आश्वासन दिया। बाद में उन्हें पुलिस सुरक्षा में घर भेज दिया गया। छात्रा के परिजनों को पुलिस रविवार रात की घर छोड़ने गई थी। इसके बाद से ही उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार घर के बाहर सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए थे। परिजनों की सुरक्षा के लिए कुल पांच पुलिसकर्मी सोमवार को भी घर के बाहर मौजूद रहे।
एसआईटी की जांच शुरू होने के बाद जवाहर नवोदय विद्यालय में एक बार फिर सख्ती शुरू हो गई है। बीते दो दिन से हर आने-जाने वाले का ब्यौरा दर्ज किया जा रहा है। इससे पहले तक केवल छात्र-छात्राओं से मिलने के लिए आने वाले परिजनों का ही ब्यौरा दर्ज किया जाता था। नवोदय विद्यालय में छात्रा की कथित हत्या का मामला हाईप्रोफाइल हो चुका है। तीन अधिकारियों के निलंबन के बाद दोबारा गठित एसआईटी जांच कर रही है। इसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, ऐसे में नवोदय विद्यालय प्रशासन भी एक बार फिर सतर्क हो गया है। बीते दो दिन से यहां हर आने-जाने वाले की जानकारी दर्ज की जा रही है।
