मेरठ के ब्रह्मपुरी के इंदिरा नगर में हुआ सौरभ हत्याकांड पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वारदात में पत्नी ने ही अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने पूरी प्लानिंग के साथ हत्या की साजिश रची थी।
सौरभ हत्याकांड में बड़ा खुलासा: गवाह बोला-एक बैग में कटा सिर था, दूसरे में उस्तरा-पन्नी में मिले हाथ के पंजे
मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र के इंदिरा नगर में हुए चर्चित सौरभ हत्याकांड का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी अशोक कुमार की गवाही हुई। अभी तक इस केस में क्या हुआ जानें आगे स्लाइड्स में-
नीले ड्रम में दफन किया गया राज
हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने सौरभ के शव के टुकड़े करके नीले रंग के ड्रम में भर दिया। इसके बाद ड्रम को सीमेंट से सील कर दिया गया ताकि अंदर की सच्चाई बाहर न आ सके। जब पुलिस ने ड्रम को कटवाया तो उसके अंदर का नज़ारा बेहद खौफनाक था।
शव तीन टुकड़ों में बंटा हुआ मिला और सीमेंट की परतें इस राज़ को छुपाए हुए थीं। यह ड्रम ही इस केस की सबसे बड़ी कड़ी साबित हुआ, जिसने मुस्कान और साहिल की करतूत को दुनिया के सामने लाकर रख दिया।
बैग में सिर, पन्नी में पंजे
ड्रम काटने के बाद पुलिस को अंदर दो कपड़े के बैग और एक काली पन्नी मिली। पहला बैग खोलने पर उसमें सौरभ का सिर रखा मिला। दूसरा बैग खोलने पर उसमें उस्तरा मिला, जिसका इस्तेमाल हत्या में हुआ था। काली पन्नी में सौरभ के हाथों के पंजे थे।
इतना ही नहीं, शव को छुपाने के लिए आंखों और कानों में सीमेंट भर दिया गया था। यह पूरी स्थिति देखकर मौके पर मौजूद हर शख्स सन्न रह गया था। इस घटना ने इंसानियत को झकझोर दिया।
हत्या के बाद छुट्टी पर निकले हत्यारे
वारदात के बाद मुस्कान और साहिल ने ऐसा कदम उठाया जिसने सभी को हैरान कर दिया। हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों छुट्टियां मनाने निकल गए। वे मनाली और कसोल घूमने पहुंचे। यहां दोनों ने पार्टी की और जन्मदिन भी सेलिब्रेट किया, मानो कुछ हुआ ही न हो।
इस दौरान दोनों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें भी साझा कीं। लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनकी असलियत जल्द ही सामने आने वाली है।
एक-एक गवाह से खुल रहे राज
सौरभ हत्याकांड में अब तक कई गवाह कोर्ट में पेश हो चुके हैं। कैब ड्राइवर ने बताया कि उसने किस तरह आरोपियों को सफर कराया। ड्रम बेचने वाले दुकानदार ने भी साफ किया कि उसने किसे और कब ड्रम बेचा था। चाकू बेचने वाले दुकानदार ने गवाही दी।
कैमिस्ट ने उन दवाइयों की जानकारी दी जो उसके मेडिकल स्टोर से खरीदी गई थीं। डॉक्टर ने बताया कि कैसे मुस्कान ने खुद ही पर्चे पर नींद की दवाइयां लिखीं। इन सभी बयानों ने मामले की सच्चाई को और मजबूत किया है और आरोपियों के खिलाफ सबूतों की कड़ी बनाई है।