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Agra: इंस्पेक्टर को क्लीन चिट, अपर पुलिस आयुक्त करेंगे जांच...दरोगा नीतू प्रकरण में आया नया मोड़
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Wed, 31 Dec 2025 10:09 AM IST
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सार
आगरा के थाना एत्मादपुर की लाइन हाजिर दरोगा नीतू और छेड़छाड़ पीड़ित महिला के वायरल वीडियो में मंगलवार को नया मोड़ आ गया। छेड़छाड़ की प्राथमिकी से आरोपियों के नाम निकालने के इंस्पेक्टर पर लगे आरोप से कुछ ही घंटे की जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गई।
महिला दरोगा सांकेतिक
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
आगरा के थाना एत्मादपुर प्रकरण में महिला दरोगा की भूमिका को संदिग्ध माना गया है। ऑडियो प्रकरण की जांच अपर पुलिस आयुक्त को दी गई है। छेड़छाड़ के केस में पीड़ित महिला के संतुष्ट न होने पर विवेचना क्राइम ब्रांच की उप निरीक्षक को दी गई है।
पुलिस की मीडिया सेल के मुताबिक छेड़छाड़ के केस में एसआई नीतू शर्मा ने साक्ष्यों के आधार पर अनुमोदन लेने के बाद 2 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र लगाया। आरोप पत्र पर दरोगा के हस्ताक्षर मौजूद हैं। इसके बाद थाना प्रभारी से सहमति ली थी। वायरल आडियो में बिना संज्ञान में लिए आरोप पत्र दाखिल करने की विवेचक का दावा तथ्यात्मक रूप से असत्य है।
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पुलिस की मीडिया सेल के मुताबिक छेड़छाड़ के केस में एसआई नीतू शर्मा ने साक्ष्यों के आधार पर अनुमोदन लेने के बाद 2 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र लगाया। आरोप पत्र पर दरोगा के हस्ताक्षर मौजूद हैं। इसके बाद थाना प्रभारी से सहमति ली थी। वायरल आडियो में बिना संज्ञान में लिए आरोप पत्र दाखिल करने की विवेचक का दावा तथ्यात्मक रूप से असत्य है।
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विवेचक की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। विवेचक व वादिया के वायरल ऑडियो व विवेचक के लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच के लिए अपर पुलिस आयुक्त को जांच दी गई है। जांच में विवेचक की ओर से प्रस्तुत किए जाने वाले साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। वादिया पूर्व विवेचना से संतुष्ट नहीं थीं। इसलिए क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित करते हुए क्राइम ब्रांच की महिला उपनिरीक्षक को जांच सौंपी गई है। इस संबंध में महिला से पुलिस आयुक्त ने पूर्व में बात की थी। जांच में दोषी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
दावा: रिश्तेदारों से चल रहा है वादिया का विवाद
पुलिस मीडिया सेल की ओर से जारी प्रेसनोट में बताया गया है कि प्राथमिकी दर्ज कराने वाली महिला मैनपुरी की है और वर्तमान में थाना ट्रांस यमुना इलाके में रह रही है। आरोपी पक्ष से पुराना विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार भी हैं। महिला के भाई की ट्रांसपोर्ट कंपनी है। इसमें एक ही नंबर प्लेट से दो ट्रक चलने की शिकायत आरोपी पक्ष ने की थी। इसके बाद से ही रंजिश चल रही है। मैनपुरी में मारपीट की प्राथमिकी एक दूसरे के खिलाफ पूर्व में दर्ज कराई थीं। इनमें राजीनामा की कवायद हुई, पर बात नहीं बनी। महिला ने 30 सितंबर और 17 अक्तूबर को छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
पुलिस मीडिया सेल की ओर से जारी प्रेसनोट में बताया गया है कि प्राथमिकी दर्ज कराने वाली महिला मैनपुरी की है और वर्तमान में थाना ट्रांस यमुना इलाके में रह रही है। आरोपी पक्ष से पुराना विवाद चल रहा है। दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार भी हैं। महिला के भाई की ट्रांसपोर्ट कंपनी है। इसमें एक ही नंबर प्लेट से दो ट्रक चलने की शिकायत आरोपी पक्ष ने की थी। इसके बाद से ही रंजिश चल रही है। मैनपुरी में मारपीट की प्राथमिकी एक दूसरे के खिलाफ पूर्व में दर्ज कराई थीं। इनमें राजीनामा की कवायद हुई, पर बात नहीं बनी। महिला ने 30 सितंबर और 17 अक्तूबर को छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
मामले में 25 अक्तूबर को थाना एत्मादपुर में प्राथमिकी लिखी गई। इसमें आशुतोष, हिमांशु, अनूप कुमार, रितेश, सुमित और अक्षय कुमार नामजद थे। विवेचना एसआई नीतू शर्मा को दी गई। साक्ष्यों के आधार पर अभियोग में हिमांशु, रितेश, सुमित और अक्षय कुमार के नाम निकाल दिए गए। विवेचक नीतू शर्मा ने चारों की नामजदगी गलत करने के लिए अपने हस्तलेख में 16 दिसंबर को एसीपी एत्मादपुर से पत्राचार कर अनुमति ली थी। साक्ष्य संकलन व सीडीआर विश्लेषण के बाद आशुतोष और अनूप कुमार निवासी मैनपुरी के खिलाफ आरोप पत्र को लगाया था।
ऑडियो हुआ था वायरल
मामले में महिला दरोगा का आडियो वायरल हुआ था। पीड़िता ने आरोप पत्र दाखिल होने के बाद अपनी आपत्ति दर्ज की थी। इस दौरान ही ऑडियो बनाया गया। दरोगा कहते हुए सुनी गई कि इंस्पेक्टर ने रुपये लेकर नाम निकाल दिए। मुंशी तक पर गंभीर आरोप लगाए थे।
मामले में महिला दरोगा का आडियो वायरल हुआ था। पीड़िता ने आरोप पत्र दाखिल होने के बाद अपनी आपत्ति दर्ज की थी। इस दौरान ही ऑडियो बनाया गया। दरोगा कहते हुए सुनी गई कि इंस्पेक्टर ने रुपये लेकर नाम निकाल दिए। मुंशी तक पर गंभीर आरोप लगाए थे।
