रेल रोको आंदोलन: मथुरा में किसान नेताओं ने रोकी पैसेंजर, आगरा में नजर बंद, अलर्ट रहा पुलिस-प्रशासन
संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का असर ब्रज में देखने को नहीं मिल रहा है। आगरा जनपद में किसान नेताओं को नजरबंद किया गया है। वहीं मैनपुरी में किसान नेताओं ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा। पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। सिर्फ मथुरा में पैसेंजर ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया गया।

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मथुरा में किसानों ने रोकी पैसेंजर
मथुरा के राया में किसान यूनियन ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक कर जमकर नारेबाजी की। सोमवार को मथुरा से कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन जैसी ही रेलवे स्टेशन पर रुकी। इसी दौरान किसान यूनियन टिकैत गुट और अबावता के कार्यकर्ता इंजन फर चढ़ गए। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पहले से ही पुलिस बल रेलवे स्टेशन पर तैनात रहा।

मैनुपरी में अलर्ट प्रशासन
मैनपुरी में पुलिस की सख्ती की वजह से किसान नेता रेल नहीं रोक पाए। प्रशासनिक अधिकारी की मौजूदगी में सभी सात रेलवे स्टेशनों पर पुलिस फोर्स तैनात रहा। डीएम और एसपी ने स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली। किसान नेता मैनपुरी रेलवे स्टेशन पर नारेबाजी करते हुए पहुंचे थे। लेकिन भारी पुलिस फोर्स होने की वजह से ट्रेन नहीं रोक सके। उन्होंने जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी अशोक कुमार राय को राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कृषि कानून को वापस लेने, एमएसपी को कानून का दर्जा देने, मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और लखीमपुर कांड में जल्द से जल्द सुनवाई करके सजा दिलाए जाने की मां की गई है।

फिरोजाबाद में रेल रोको आंदोलन को लेकर जीआरपी और आरपीएफ सुबह से ही अलर्ट दिखे। शिकोहाबाद, मक्खनपुर,फिरोजाबाद, टूंडला रेलवे स्टेशन पर फोर्स बढ़ा दिया गया। जीआरपी के सिपाही स्टेशन पर हर आने जाने वालों की चेकिंग करते देखे गए। फिरोजाबाद में किसान रेलवे ट्रैक तक नहीं पहुंच सके।
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