Sports: कामयाबी की पिच पर चौके-छक्के लगा रहे रिंकू सिंह, इन खिलाड़ियों ने देश-विदेश में लहराया परचम
सीएस नायडू, सैयद मुश्ताक अली, वाजिर अली, नाजिर अली, जहांगीर खान जैसे दिग्गज क्रिकेटर हैं, जिन्होंने देश के लिए ऐतिहासिक कई टेस्ट मैच खेले और अपनी उपयोगिता भी साबित की।

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एएमयू और अलीगढ़ की सरजमीं से निकले खिलाड़ी देश-विदेश में धूम मचा रहे हैं। अलीगढ़ ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश को नायाब क्रिकेटर दिए हैं, जिनके नाम आज भी क्रिकेट जगत में बड़े अदब से नाम लिए जाते हैं। कामयाबी की पिच पर भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह चौके-छक्के लगा रहे हैं तो वहीं, भारतीय टीम में शामिल आकाश कुमार ने खो-खो विश्वकप खेला।

सीएस नायडू, सैयद मुश्ताक अली, वाजिर अली, नाजिर अली, जहांगीर खान जैसे दिग्गज क्रिकेटर हैं, जिन्होंने देश के लिए ऐतिहासिक कई टेस्ट मैच खेले और अपनी उपयोगिता भी साबित की। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी इसकी बानगी भर है। एएमयू के क्रिकेटर उत्तर प्रदेश रणजी टीम व जोनल टूर्नामेंट के हिस्सा रहे। इनमें असलम अली, बायर एम खान, फरहत अली, गौरी मजीद, मोहम्मद शाहिद, रफी उल्ला खान, रिजवान शेख, हसीन अहमद, रिजवान शमशाद, जहीरउद्दीन बॉबी, जमीरउद्दीन अहमद, मोहसिन बिलाल, मोहम्मद इमरान अली, फसाहत अली, इम्तियाज अहमद सहित अन्य क्रिकेटरों के नाम एएमयू गेम्स कमेटी के पन्नों में दर्ज है। एएमयू के कप्तान रहे इम्तियाज अहमद आईपीएल में पुणे वारियर्स टीम का हिस्सा बन चुके हैं।
एएमयू के पवेलियन क्रिकेट मैदान पर वर्ष 1977 में कपिल देव की खेली गई मैराथन 329 रन की पारी आज भी लोगों को याद है। वह इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट प्रतियोगिता खेलने आए थे। इसके बाद उन्हें फौरन इंडिया टीम से बुलावा आ गया। टीम के साथ पाकिस्तान का दौरा किया। इसी मैदान पर अरुण लाल, सुरेंद्र अमरनाथ, शिवलाल यादव, अशोक गंडोत्रा, वेंकट सुंदरम, रंधीर सिंह, चेतन शर्मा, मनोज प्रभाकर, वीरेंद्र सहवाग, आकाश चोपड़ा, आशीष नेहरा सहित कई क्रिकेटर खेलने आए, जो बाद में टीम इंडिया से खेले। इनके अलावा विराट कोहली के कोच राजकुमार शर्मा, केके शर्मा भी अपने खेल का लोहा मनवा चुके हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी भी एएमयू क्रिकेट टीम में विकेटकीपर रह चुके हैं।
हॉकी में ओलंपियन जफर इकबाल, मोहम्मद शाहिद, अब्दुल कयूम, फिरोज बख्त खान, अली सईद, अनवार अहमद, असलम शेर खान, अशोक कुमार, डोराई स्वामी, गोविंदा, सैयद अली, इनामुर्रहमान, जोगिंदर सिंह, मसूद मिन्हास, डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स गेम्स कमेटी अनीसुर्रहमान ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर यूनिवर्सिटी का नाम रोशन किया। फुटबॉल में जमशेद नसीर, अहमद अली किदवई, करीम शैली, टेनिस में हनीफ मोहम्मद, गौस मोहम्मद, सूद ब्रदर्स, एथलेटिक्स में रनवीर सिंह, मजहर खान, मोहम्मद इश्तियाक, सिरोही, जगवीर सिंह, कमाल अली खान। वॉलीबाल में आलोक शर्मा, जिम्नेजियम में प्रथम मिस्टर एशिया मोहम्मद बकी, बैडमिंटन में, स्केटिंग में लवी पीरजादा ने शानदार प्रदर्शन किया है। राइडिंग में कई रिकॉर्ड हैं। बॉडी बिल्डिंग में जिम्नेजियम के वरिष्ठ प्रशिक्षक मजहर उल कमर वर्ष 2009 में राष्ट्रीय टीम के प्रशिक्षक रहे।
अलीगढ़ जिले से हॉकी में वाल्मीकि बंधु, क्रिकेट में मोहम्मद शाहिद, असलम खान, फसाहत अली, रिजवान शमशाद, रिंकू सिंह, शूटिंग में कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट, अन्नूराज सिंह, अरीबा खान, दिया वशिष्ठ, चित्रांशी शर्मा, तनुश्री तोमर, सबीरा, जहूर अपने खेल की बदौलत शहर का नाम रोशन किया है और कर रहे हैं। हीरा सिंह ने राष्ट्रीय एथलेक्टिस प्रतियोगिता में 5 व 10 किलोमीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। कुश्ती में ठा. दुर्जन सिंह, ठा. राजवीर सिंह ने शानदार प्रदर्शन करके अलीगढ़ का नाम रोशन किया। अलग-अलग खेलों में शहर का नाम रोशन करने के लिए खिलाड़ी मैदान पर खूब पसीना बहा रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि वो भी अलीगढ़ का नाम रोशन करेंगे और उनका नाम सुनहरे पन्नों पर दर्ज होगा।
एथलेटिक्स में रिकॉर्ड बना रहे गुलवीर
बैडमिंटन में लवली, एथलेटिक्स में गुलवीर सिंह, नीरु पाठक, सोनू कुमार, जतिन चौधरी, अमित चौधरी, कुमारी पूर्णिमा शर्मा, पूजा रानी, बॉडी बिल्डिंग में देवेश राज, स्केटिंग में वंश भारद्वाज, कल्याणी, कुश्ती में अजीत चौधरी, हर्ष चौधरी, वेटलिफ्टिंग में मोहम्मद रिजवान, योग में राधा रानी वार्ष्णेय, खो खो में आकाश कुमार, रैदास सिंह, क्रिकेट में आयुष्मान यादव, हन्नान रिजवान, हितेश, भूमि सिंह, मुस्कान, माधव आदि से काफी उम्मीदें हैं।