Amar Ujala Musical Night: सजी पलक और पलाश मुछाल के सुरों की महफिल, झूमा अलीगढ़
पलक मुछाल ने कहा कि उनके नेक मकसद को पूरा करने में अमर उजाला ने सहयोग दिया है। अमर उजाला ने मंच देकर न सिर्फ उनकी पहल को लोगों तक पहुंचाया, बल्कि समाज को भी संगीत के जरिए सेवा की प्रेरणा दी।
विस्तार
“तू ही ये मुझको बता दे चाहूं मैं या ना.. गुलाबी ठंड की सर्द शाम में जब पलक मुछाल की मधुर आवाज गूंजी तो अलीगढ़ के रमाडा होटल का मैदान संगीत के सुरों में डूब गया। सुरों की इस खूबसूरत महफिल ने सभी श्रोताओं का दिल जीत लिया। पलक की आवाज ने जैसे ठंडी हवा में भी गर्माहट भर दी। हर गीत पर श्रोताओं की तालियां गूंज उठीं और महफिल यादगार बन गई।
पलक-पलाश की जोड़ी ने अपनी मखमली सुरों से अमर उजाला म्यूजिकल नाइट में श्रोताओं को भावनाओं, उमंग और रोमांच से भर दिया। गायकों ने अपने जोश और ऊर्जा से मंच पर जादू बिखेरा। दोनों भाई-बहन के गीत सुनने वालों के दिलों में उतर गए।
27 अक्तूबर को जब रंग-बिरंगी रोशनी के बीच चमकते सितारे जड़ित लाल कपड़ों में “तू ही ये मुझको बता दे चाहूं मैं या ना... गाती मंच पर पहुंची, तो श्रोताओं ने जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया। इसके बाद कौन तुझे..., हम तेरे बिन अब नहीं रह सकते.., मुझ में सफर तू करती रहे..., दिल गलती कर बैठा है..., तेरी दिवानी... के साथ पुराने गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
म्यूजिकल नाइट साज-सज्जा, लाइटिंग और साउंड सिस्टम ने समूचे माहौल को और भी भव्य बना दिया। दोनों भाई-बहन ने यह शाम सिर्फ एक म्यूजिकल नाइट नहीं, बल्कि संगीत और संवेदना का ऐसा संगम थी, जिसने हर श्रोता के दिल पर अमिट छाप छोड़ी। म्यूजिकल नाइट के मुख्य अतिथि एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने म्यूजिकल नाइट के सहयोगियों को स्मृति चिन्ह भेंट करके उन्हें सम्मानित किया। इससे पहले म्यूजिकल नाइट का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। संचालन दीक्षा ने किया। इस अवसर पर एसडीएम शिविर सिंह, सीओ प्रथम मयंक पाठक आदि मौजूद रहे।
पलक की आवाज से धड़कने लगे नन्हे दिल
सुरों की दुनिया में अपनी पहचान बना चुकीं पलक मुछाल आज सिर्फ गायिका नहीं, बल्कि नन्हे बच्चों की धड़कन बचाने वाली परी बन गई हैं। उनकी मीठी आवाज और नेक इरादों ने अब तक 3923 बच्चों की दिल की सर्जरी में मदद की है। इनमें से 414 बच्चे सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे हैं।
पलक ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि ये बच्चे दिल में छेद की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। “भगवान ने मुझे आवाज दी है, और अगर मेरी आवाज किसी बच्चे की जान बचा सकती है, तो इससे बड़ा सुख कोई नहीं। उन्होंने कहा कि ढाई साल की उम्र में पहली बार मंच पर गाना गाया था, तभी परिवार ने उनकी इस प्रतिभा को पहचान लिया और उन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ाया। आज वही आवाज हजारों मासूम दिलों की धड़कन बन चुकी है।
उनके मकसद को अमर उजाला ने किया सहयोग
पलक ने कहा कि उनके नेक मकसद को पूरा करने में अमर उजाला ने सहयोग दिया है। अमर उजाला ने मंच देकर न सिर्फ उनकी पहल को लोगों तक पहुंचाया, बल्कि समाज को भी संगीत के जरिए सेवा की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि “संगीत मेरे लिए सिर्फ कॅरिअर नहीं, एक साधना है। जब कोई बच्चा सर्जरी के बाद मुस्कुराता है, तो लगता है मेरी आवाज ने सच में कोई काम किया
पलाश के गीतों ने नए और पुराने गीतों से मोहा मन
सुरों की महफिल में जब पलाश ने मंच संभाला तो श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई। उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत पुराने सदाबहार गीतों से की और फिर नए गीतों की सुरीली धुनों से सबका दिल जीत लिया। पलाश की आवाज ने ऐसा जादू बिखेरा कि हर कोई झूम उठा।
संगीत प्रेमियों ने कहा कि पलाश की आवाज में पुरानी यादों की मिठास और नए दौर की ताजगी दोनों झलकती हैं। महफिल देर रात तक चलती रही और हर गीत पर श्रोताओं ने भरपूर तालियां बजाईं। कार्यक्रम को संगीत प्रेमियों ने “सुरों की यादगार शाम” बताया। सुरों की दुनिया में अपनी पहचान बना रहे पलाश ने रविवार की शाम एक ऐसी संगीतमय महफिल सजाई, जिसे श्रोताओं ने देर तक याद रखा।
पलाश ने कार्यक्रम की शुरुआत पुराने क्लासिक गीतों से की, फिर नए दौर के लोकप्रिय नगमें गाकर महफिल को ऊंचाई पर पहुंचा दिया। हर गीत पर तालियों की गूंज और श्रोताओं की वाहवाही ने माहौल को जादुई बना दिया। संगीत प्रेमियों का कहना था कि पलाश की आवाज में भावनाओं की गहराई और सुरों की मिठास दोनों हैं। पलाश ने कहा कि “संगीत ही मेरा जुनून और लोगों से जुड़ने का जरिया है।
बारिश से बढ़ी दिल की धड़कनें
दिनभर बूंदा-बांदी और बारिश होने से संगीत प्रेमियों की दिल की धड़कनें बढ़ गई थीं। शाम छह बजे से जब बारिश थमी, तो उन्होंने राहत महसूस की। बारिश थमते ही संगीत प्रेमियों का रमाडा होटल आना शुरू हो गया। देर रात तक उन्होंने संगीत का आनंद लिया।
दिल जीत लिया पलक-पलाश ने
पलक और पलाश की जुगलबंदी ने दिल जीत लिया, उनकी आवाज में सच्ची भावनाएं झलकती हैं। -दिंकल अग्रवाल, निदेशक, एकत्व स्मार्ट सिटी
ऐसा संगीत कार्यक्रम बहुत दिनों बाद सुनने को मिला, पूरे कार्यक्रम ने मन मोह लिया।-पुष्कर सिंह राठौर, निदेशक, एवीपी इंटरनेशनल स्कूल
पलक की मधुरता और पलाश की ऊर्जा – दोनों ने मंच को जादुई बना दिया।-विनोद गर्ग, चेयरमैन, होटल रमाडा
यह कार्यक्रम सिर्फ एक शो नहीं था, एक यादगार संगीत यात्रा थी। बहुत ही भावनात्मक शाम रही। -चंचल शर्मा, निदेशक, एसआरके
हर गीत दिल के बहुत करीब लगा, ऐसा लगा जैसे हर सुर हमारी कहानी कह रहा हो। दोनों कलाकारों का संगम दिखा- सौरभ बालजीवन
पलक मुछाल और पलाश मुछाल की केमिस्ट्री कमाल की थी। हर किसी के चेहरे पर मुस्कान थी -डॉ. दिनेश शर्मा
उनकी आवाज में जो सादगी और गहराई है, वही आज के संगीत में सबसे खास है। -अंकित माहेश्वरी, विनीत आटोमोबाइल्स
शानदार आयोजन और बेहतरीन गायन – हर पल रोमांचित कर देने वाला। -प्रवीन अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल
पलक की मुस्कान और पलाश की ऊर्जा ने पूरे हॉल को रोशन कर दिया। बहुत ही भावनात्मक शाम रही। -राजीव अग्रवाल, प्लस प्वाइंट
यह कार्यक्रम संगीत प्रेमियों के लिए एक तोहफे जैसा था। लंबे समय तक शाम याद रहेगी -डॉ. संजय भार्गव, संचालक, वरुण हॉस्पिटल
हर गाना एक नई कहानी जैसा लगा, सुरों की ऐसी बारिश पहले कभी नहीं सुनी। -सुमित अग्रवाल, देव मोटर्स
लाइव परफॉर्मेंस में जो जादू था, वो रिकॉर्डिंग में भी महसूस नहीं किया जा सकता। -विजय यादव, बिल्डटेक
पलक की मीठी आवाज और पलाश की जोशभरी प्रस्तुति ने सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। -विवुध तिवारी
ये हैं सहयोगी
- मुख्य सहयोगी: एकत्व स्मार्ट सिटी, एबीपी इंटरनेशनल स्कूल।
- इन एसोसिएशन विद : एसआरके रियल एस्टेट, बीएमबी मसाले।
- हॉस्पिटैलिटी पार्टनर : रमाडा होटल।
- पावर्ड बाय : शर्मा ऑर्थोप्लास्टि एंड मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल, प्रशांत एंटरप्राइजेज, सांगवान सिटी, माधवास एम्पीरियन, विनीत ऑटोमोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड, वरुण हॉस्पिटल, माहेश्वरी नर्सिंग एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, देव मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड, शिवाश्रित फूड।
- को स्पॉन्सर : बालजीवन घुट्टी, कृष्णा इंटरनेशनल स्कूल, प्लस प्वाइंट, पवन शर्मा (प्रभारी, आगरा शिक्षक खंड वित्तविहीन शिक्षक महासभा, उ.प्र.), रसिक टावर, विजडम पब्लिक स्कूल, कैरावी ऑर्चीड, वृंदा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, अंकुर पब्लिक स्कूल, नोवीटेक हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, मैक्सफोर्ट मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, मैस्काॅट होंडा, हैरिसन लॉक, स्काईलाइन हाइट्स।
- आउटडोर पार्टनर : एमकेजी मीडिया