काले सूट वाले की काली करतूत: अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया फर्जी TTE, QR के जरिए वसूला था ठगी के पैसे
जांच में यह भी यह भी सामने आया कि वह विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मजदूर वर्ग और कम पढ़े-लिखे यात्रियों को निशाना बनाकर, टिकट में त्रुटि बताकर या प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को बर्थ देने के नाम पर क्यूआर कोड स्कैन कर राशि वसूल करता था।
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अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) व जीआरपी ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए एक फर्जी टीटीई को पकड़ा है। आरपीएफ पोस्ट कमांडर अमित कुमार सिंह ने बताया कि चेकिंग के दौरान आरपीएफ व जीआरपी को स्टेशन पर एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में टीटीई की वर्दी में दिखाई दिया। शक होने के बाद पूछताछ करने पर उक्त व्यक्ति संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया। उसे तत्काल पोस्ट पर लाकर जब गहन पूछताछ की गयी, तो उसने अपनी पहचान देवेंद्र कुमार निवासी माधोपूरा रामस्नेही कॉलोनी रामघाट रोड थाना विजय नगर, गाजियाबाद के रूप में दी है।
क्यूआर कोड के जरिए करता था वसूली
मूलरूप से नेहरू नगर दुर्गापुरी कॉलोनी, थाना सदर, जिला सहारनपुर का रहने वाला है। आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह फर्जी तरीके से टीटीई की वर्दी पहनकर यात्रियों की टिकट जांच करता है और क्यूआर कोड के माध्यम से उनसे धनराशि वसूलता है। तलाशी के दौरान उसके पास कोई वैध रेलवे पहचान पत्र (आईडी कार्ड) या ईएफटी नहीं पाया गया।
कम पढ़े-लिखे लोगों को बनाता था शिकार
जांच में यह भी यह भी सामने आया कि वह विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मजदूर वर्ग और कम पढ़े-लिखे यात्रियों को निशाना बनाकर, टिकट में त्रुटि बताकर या प्रतीक्षा सूची के यात्रियों को बर्थ देने के नाम पर क्यूआर कोड स्कैन कर राशि वसूल करता था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पहले सहारनपुर स्टेशन पर वेंडर का कार्य करता था। उसके पास कोई भी टीटीई होने का पहचान पत्र नहीं मिला है।
आरोपी के पास से कई टिकट बरामद
आरोपी के पास से कुल 3350 रुपये नकद, एक ब्लैंक चेक, कुछ कागजात, एक आईडी कार्ड जिस पर भारतीय रेल लिखा हुआ था। इसके अलावा 13 टिकट भी मिली हैं। अभी आरोपी के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है।