Prayagraj Murder Case : कॉपी-किताब, शीशा-सिंदूर...प्यार की कोमलता को किसी ने रौंदा है
लखरावां गांव में छात्रा की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। उसके स्कूल बैग में कॉपी-किताब के साथ शीशा और सिंदूर की डिबिया मिली। इंस्टाग्राम चैटिंग में दो मैसेज पड़े थे। एक में आई लव यू तो दूसरे में जान लिखा था।
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लखरावां गांव में छात्रा की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। उसके स्कूल बैग में कॉपी-किताब के साथ शीशा और सिंदूर की डिबिया मिली। इंस्टाग्राम चैटिंग में दो मैसेज पड़े थे। एक में आई लव यू तो दूसरे में जान लिखा था। अब तक की जांच प्यार में छल और हत्या की ओर इशारा कर रही है। आशंका तफ्तीश पूरी होने के बाद स्पष्ट होगी।
पुलिस को पता चला है कि छात्रा अपने घर में लगे वाईफाई से फोन कनेक्ट कर इंस्टाग्राम इस्तेमाल करती थी। इसमें एक युवक से चैटिंग होती थी। परिजनों ने इंस्टाग्राम की आईडी की डिटेल खंगाली तो वह किसी युवक के नाम पर थी। मोबाइल फोन के डायल नंबर में दो संदिग्ध नंबर मिले। कॉन्टैक्ट लिस्ट देखने पर दोनों ही नंबर अंजान थे। शक है कि यह दोनों नंबर इंस्टाग्राम की आईडी वाले युवक के हैं। इन नंबरों को पुलिस को सौंप दिया गया है।
शाम 4:30 बजे तक छात्रा घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। सैन्यकर्मी फूफा ने कटरा स्थित छात्रा के स्कूल पहुंचकर जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह सुबह स्कूल नहीं पहुंची थी। सहेलियों व रिश्तेदारों से जानकारी ली गई लेकिन छात्रा का कुछ पता नहीं चला।
पुलिस को शक है कि हो सकता है कि छात्रा अपनी मर्जी से घटनास्थल तक पहुंची हो लेकिन उसे मारकर दफना देना किसी अकेले युवक का काम नहीं है। इसके पीछे एक से अधिक युवकों के शामिल होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार पुलिस आरोपी के करीब पहुंच चुकी है। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
लापता होने के अगले दिन मिला था बैग
कैंट थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने छात्रा की तलाश शुरू कर दी थी। अगले दिन पुलिस को थरवई क्षेत्र के कानपुर-वाराणसी हाईवे के पास छात्रा का स्कूल बैग मिला था। पुलिस ने आसपास छानबीन की लेकिन छात्रा का कुछ पता नहीं चला। बाद में करीब एक किलोमीटर की दूरी पर शनिवार दोपहर 12:30 बजे लखरावां गांव में जमीन में उसका शव दफन मिला।
तीन साल से फूफा के घर में रह रही थी छात्रा
सैन्यकर्मी ने बताया कि उनकी भतीजी मूलरूप से सोरांव थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थी। उसके पिता मुंबई में वाहन चालक हैं। वह तीन बहनों में मझली थी। एक भाई भी है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी बीमार रहती हैं। इसीलिए भतीजी तीन साल से उन्हीं के घर रहकर पढ़ाई कर रही थी।
स्कूल जाते वक्त सीसीटीवी कैमरे में हुई कैद
सैन्यकर्मी के बयान के आधार पर पुलिस ने कैंट थाना क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। सदर स्थित एक कैमरे में छात्रा 10 नवंबर की सुबह करीब 8:45 बजे फुटेज में दिखी। वह ई-रिक्शे में बैठकर कटरा की ओर गई। इसके बाद पुलिस ने ट्रैफिक चौराहा, जहाज चौराहा, कचहरी समेत अन्य जगहों पर लगे कैमरे भी खंगाले लेकिन वह किसी भी फुटेज में दिखाई नहीं दी।