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Lalitpur News: कार्डियोलॉजिस्ट की कमी से हृदय रोगियों का उपचार संकट में
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मेडिकल कॉलेज में ह्रदय चिकित्सा इकाई के बावजूद विशेषज्ञ नहीं
प्रतिमाह 50 से 60 मरीज, आधे को रेफर करना पड़ रहा है
सर्दियों में ईसीजी और बीपी जांच के मरीजों की संख्या दोगुनी
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। मेडिकल कॉलेज में हृदय रोगियों को विशेषज्ञ उपचार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कॉलेज में अन्य चिकित्सक मौजूद हैं, लेकिन कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति न होने के कारण गंभीर हृदय रोगियों का उपचार संकट में है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार प्रतिमाह लगभग 50 से 60 हृदय रोगी पहुंच रहे हैं, जिनमें से करीब 15 मरीजों को अन्य संस्थानों में रेफर करना पड़ रहा है। इमरजेंसी विभाग से भी प्रतिदिन एक मरीज को रेफर किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज परिसर में हृदय रोगियों के लिए चार बेड की गहन हृदय चिकित्सा इकाई ( स्थापित की गई है, जिसमें वेंटिलेटर, ईको मशीन और हार्ट अटैक की पुष्टि के लिए ट्रॉप-टी किट की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन कार्डियोलॉजिस्ट की अनुपस्थिति के कारण गंभीर रोगियों को सिर्फ सामान्य उपचार ही मिल पा रहा है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन दो हृदय रोगी सीसीयू में भर्ती किए जा रहे हैं और एक से दो मरीज इमरजेंसी में आ रहे हैं। प्रतिमाह लगभग 80 से 90 मरीज आते हैं, जिनमें 45 मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है।
सर्दियों में ईसीजी और बीपी जांच के लिए मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। सामान्य दिनों में प्रतिदिन 10 से 12 मरीज सीने में दर्द की शिकायत लेकर आते थे, अब यह संख्या बढ़कर 20 से 25 हो गई है। बीपी के मरीजों की संख्या भी सामान्य 40–50 से बढ़कर 70–80 हो गई है।
सीसीयू में कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए शासन को पत्राचार किया जाएगा। चिकित्सक मिलने के बाद नियुक्ति अमल में लाई जाएगी। - डॉ. इम्तियाज अहमद, सीएमओ
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प्रतिमाह 50 से 60 मरीज, आधे को रेफर करना पड़ रहा है
सर्दियों में ईसीजी और बीपी जांच के मरीजों की संख्या दोगुनी
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। मेडिकल कॉलेज में हृदय रोगियों को विशेषज्ञ उपचार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कॉलेज में अन्य चिकित्सक मौजूद हैं, लेकिन कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति न होने के कारण गंभीर हृदय रोगियों का उपचार संकट में है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार प्रतिमाह लगभग 50 से 60 हृदय रोगी पहुंच रहे हैं, जिनमें से करीब 15 मरीजों को अन्य संस्थानों में रेफर करना पड़ रहा है। इमरजेंसी विभाग से भी प्रतिदिन एक मरीज को रेफर किया जा रहा है।
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मेडिकल कॉलेज परिसर में हृदय रोगियों के लिए चार बेड की गहन हृदय चिकित्सा इकाई ( स्थापित की गई है, जिसमें वेंटिलेटर, ईको मशीन और हार्ट अटैक की पुष्टि के लिए ट्रॉप-टी किट की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन कार्डियोलॉजिस्ट की अनुपस्थिति के कारण गंभीर रोगियों को सिर्फ सामान्य उपचार ही मिल पा रहा है।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन दो हृदय रोगी सीसीयू में भर्ती किए जा रहे हैं और एक से दो मरीज इमरजेंसी में आ रहे हैं। प्रतिमाह लगभग 80 से 90 मरीज आते हैं, जिनमें 45 मरीजों को रेफर करना पड़ रहा है।
सर्दियों में ईसीजी और बीपी जांच के लिए मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। सामान्य दिनों में प्रतिदिन 10 से 12 मरीज सीने में दर्द की शिकायत लेकर आते थे, अब यह संख्या बढ़कर 20 से 25 हो गई है। बीपी के मरीजों की संख्या भी सामान्य 40–50 से बढ़कर 70–80 हो गई है।
सीसीयू में कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए शासन को पत्राचार किया जाएगा। चिकित्सक मिलने के बाद नियुक्ति अमल में लाई जाएगी। - डॉ. इम्तियाज अहमद, सीएमओ
