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Trump Tariff News: ट्रंप के टैरिफ से फंसे कालीन के 2000 करोड़ के ऑर्डर, 1200 करोड़ का माल तैयार; जानें खास

अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी। Published by: अमन विश्वकर्मा Updated Sun, 03 Aug 2025 04:53 PM IST
सार

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ का असर भारत में दिखने लगा है। यूपी के मिर्जापुर, भदोही और वाराणसी के कालीन व्यापारी चिंतित हो गए हैं। 

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Trump Tariff News Orders worth 2000 crores of carpets stuck goods worth 1200 crores ready
कालीन के गोदाम में पड़ा तैयार माल। - फोटो : अमर उजाला
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Varanasi News: पूर्वांचल में बुनी गईं खूबसूरत कालीनें अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी छाप छोड़ रही हैं। मिर्जापुर, भदोही और वाराणसी की हस्तनिर्मित कालीनों को अमेरिका में खूब पसंद किया जा रहा है। लेकिन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय टेक्सटाइल निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद उद्यमियों को व्यापार की चिंता सताने लगी है। 

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मिर्जापुर जिले के खमरिया के कालीन व्यापारी दीनानाथ बरनवाल ने बताया कि पूर्वांचल के 900 व्यापारियों को अमेरिका से हैंड टफ्टेड कालीनों के दो हजार करोड़ के ऑर्डर मिले हैं। इनमें 1200 करोड़ का माल तैयार हो चुका है। इसे सात अगस्त से पहले भेजने की तैयारी की जा रही है।  
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टैरिफ लागू होने के बाद पूर्वांचल के टेक्सटाइल के व्यापार पर संकट आने की आशंका है। पूर्वांचल के मिर्जापुर और भदोही से सालाना 6 से 7 हजार का टेक्सटाइल का व्यापार होता है। इनमें 70 प्रतिशत निर्यात अमेरिका में होता है। अब टैरिफ लागू होने से सालाना 3 से 4 हजार करोड़ के व्यापार के नुकसान की आशंका है।

अमेरिका की प्रमुख कंपनियों से मुख्य रूप से हैंड टफ्टेड कालीनों के ऑर्डर आए हैं। इनकी कीमत 1000 से 1500 रुपये प्रति वर्ग गज तक होती है। वहीं, कुछ ऑर्डर हैंडनॉटेड कालीनों के भी मिले हैं। इनकी कीमत और लागत दोनों ही 8 से 9 हजार रुपये प्रति वर्ग गज होती है। व्यापारियों का कहना है कि भारत पर टैरिफ लगने के बाद अमेरिकी कंपनियां तुर्की और ईरान की ओर रुख कर सकती हैं। 

सुनें इनकी

उत्पाद तैयार हैं, उन्हें डिस्काउंट पर बेचना मजबूरी है। उद्यमी अब नए ऑर्डर नहीं ले रहे हैं। व्यापार प्रभावित होगा, बेरोजगारी भी बढ़ेगी। - रघु मेहरा, अध्यक्ष, पूर्वांचल निर्यातक संघ।

1200 करोड़ का माल तैयार रखा हुआ है। कंपनियों से रेट को लेकर बातचीत चल रही है। अगर रेट कम किया गया तो काफी नुकसान होगा। - दीनानाथ बरनवाल, कालीन व्यापारी, मिर्जापुर।

अमेरिका से बड़ी मात्रा में ऑर्डर तो मिले हैं, लेकिन टैरिफ की वजह से कीमतें ज्यादा हो जाएंगी और इससे हमें नुकसान उठाना पड़ेगा। - जुल्कैब अहमद, कालीन व्यापारी, भदोही। 

अमेरिकी कंपनियों से बातचीत चल रही है। उनके ओर से 10 प्रतिशत रेट कम करने के प्रस्ताव रखे गए हैं। - राम प्रकाश बरनवाल, कालीन व्यापारी, मिर्जापुर।

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