बच्चे दिल के सच्चे...यह सिर्फ कहावत नहीं है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के जोगिया कोतवाली के सिसवा बुजुर्ग गांव के छह साल के बच्चे की मानवता से यह हकीकत साबित हुआ। सिसवा बुजुर्ग गांव के इंडिया मार्का हैंडपंप के पास प्यासी हुई गाय पहुंची तो यह बालक दौड़ लगाते हुए हैंडपंप के पास गया। इसके बाद वह तेजी नल को चलाने लगा और गाय नल के मुंह से प्यास बुझाने लगी। बुधवार को छोटे बच्चे का जो मानवीय चेहरा सामने आया, उसका अनुकरण बड़े भी करें तो मूक पशुओं व जानवरों का प्यास बुझाना आसान हो जाएगा।