{"_id":"6891babd9f15f70e2004fd25","slug":"video-monsoon-in-haryana-2025-08-05","type":"video","status":"publish","title_hn":"हिसार: 6 अगस्त के बाद मानसून की बारिश होगी कम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
अब तक मानसून प्रदेश पर मेहरबान रहा है। 6 अगस्त के बाद मानसून टर्फ रेखा हरियाणा से हट कर बंगाल की ओर बढ़ जाएगी। जिसके बाद मानसूनी गतिविधियाें में कमी आएगी। मानसून सीजन में 1 जून से 4 अगस्त तक 274 एमएम बारिश हुई। जो सामान्य से 24 प्रतिशत ज्याद पानी बरसा।
जींद, अंबाला, पंचकूला, करनाल, सोनीपत में सामान्य से कम बारिश रही।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ ने बताया कि इस साल हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में मानसून अपने तय समय से पहले पहुंचा। 1 जून से 1 अगस्त तक प्रदेश में 274 एमएम बारिश दर्ज की गई जबकि सामान्य बारिश 221एमएम होती है जो सामान्य से 24 प्रतिशत ज्यादा है। हरियाणा में मानसून सितंबर के तीसरे सप्ताह तक सक्रिय रहता है। ऐसे में हम मानसून का आधा सीजन अभी बचा हुआ मान सकते हैं।
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