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VIDEO : मनरेगा के माध्यम से करवाया जाएगा 49 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण, कार्यवाहक डीसी ने की महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा
जिला परिषद के हॉल में महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय निगरानी एवं समीक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता एडीएम एवं कार्यवाहक उपायुक्त राहुल चौहान ने की। उन्होंने विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि जिला में कुल 1351 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से छह वर्ष तक के शिशुओं,गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को विशेष पोषण कार्यक्रम के अंतर्गत लाभान्वित किया जा रहा है। इनमें से 95 आंगनबाड़ी केंद्र विभाग के अपने भवनों में संचालित किए जा रहे हैं। जबकि,180 आंगनबाड़ी केंद्र स्कूल भवनों में, 427 सामुदायिक भवनों, आठ पंचायत भवनों और 641 केंद्र अन्य भवनों में चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला में 49 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण मनरेगा कनवर्जेंस से किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को इन भवन के कार्य अतिशीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक को सात प्राथमिक स्कू लों में संचालित किए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए तुरंत बिजली कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए कार्यवाहक उपायुक्त ने कहा कि गंभीर कुपोषण के शिकार जिला के 130 बच्चों पर विशेष रूप से फोकस किया जाना चाहिए। शिशु के जन्म के समय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्ड पर शिशु के वजन, लंबाई और अन्य स्वास्थ्य मानकों से संबंधित सभी कॉलम को भरें, ताकि शिशुओं की ग्रोथ की सही मॉनीटरिंग की जा सके। उन्होंने कहा कि अत्याचार पीडि़त महिलाओं को तुरंत मदद, राहत एवं आश्रय प्रदान करने के लिए जिला में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया गया है। इस वित्त वर्ष में अभी तक वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से 47 मामलों में पीडि़त महिलाओं की त्वरित मदद की गई है। टॉल फ्र ी नंबर 181 पर महिला हेल्पलाइन उपलब्ध करवाई गई है तथा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत इस वित्त वर्ष में विभिन्न गतिविधियों पर 18.77 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इससे जिला का शिशु लिंगानुपात बढ़कर 950 तक पहुंच गया है। बेटी है अनमोल योजना में लगभग 52 लाख रुपये खर्च किए गए और मुख्यमंत्री शगुन योजना की 236 लाभार्थियों को 73.16 लाख, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की 101 लाभार्थियों को 51.51 लाख रुपये दिए गए। मातृ संबल योजना की पात्र महिलाओं को 31.38 लाख रुपये, विधवा पुनर्विवाह योजना की लाभार्थियों को 21.85 लाख वितरित किए गए हैं। जिला में 188 बच्चों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बाल आश्रम सुजानपुर में विभिन्न सुविधाओं, इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के संभावित लाभार्थियों, मिशन वात्सल्य और अन्य योजनाओं के संबंध में भी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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