दतिया कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े के निर्देश पर प्रशासन की टीम ने पीताम्बरा मंदिर क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। एसडीएम संतोष तिवारी के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम और पुलिस ने करीब 100 से अधिक दुकानों का अस्थायी अतिक्रमण हटाया गया।
प्रशासन ने मिठाई विक्रेताओं, फूल-माला विक्रेताओं समेत अन्य दुकानों पर बुलडोजर चलाया और स्थायी दुकानों पर बारिश से बचाव के लिए लगाए गए टीन शेड भी तोड़ दिए। इससे कई दुकानदारों की दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। नुकसान होने से व्यापारी भड़क गए, इस दौरान उनकी एसडीएम व अन्य अधिकारियों से जमकर बहस हुई। इसी बीच एक दुकानदार ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, जिसे पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया। इसके बाद अतिक्रमण विरोधी मुहिम से नाराज वेंडर पीताम्बरा पीठ के गेट पर धरने पर बैठने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को हटा दिया।
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दरअसल, यह कार्रवाई पीताम्बरा मंदिर पर आए दिन लगने वाले जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए की गई है। प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाने से क्षेत्र में यातायात व्यवस्था सुधरेगी और लोगों को परेशानी नहीं होगी। लेकिन, व्यापारियों का आरोप है कि प्रशासन ने जबरन कार्रवाई की, इस दौरान उनके नुकसान का कोई ध्यान नहीं रखा। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि नगर पालिका पहले ही दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस दे चुकी थी। लेकिन, दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाया, इसके बाद कार्रवाई की गई। गौरतलब है कि अतिक्रमण विरोधी मुहिम का स्वयं कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े और एसपी सूरज कुमार ने अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर जायजा लिया और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। एसपी ने कहा कि अगर मंदिर के पास दोबारा अतिक्रमण हुआ तो फिर से कार्रवाई की जाएगी।