कटनी की रहने वाली एडवोकेट अर्चना तिवारी का चलती ट्रेन से लापता होने का मामला प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन, 10 दिन बीत जाने के बाद भी जीआरपी के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है, जिससे अर्चना का पता चल सके। लगातार तलाश के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर परिजन थककर वापस घर लौट आए हैं।
अर्चना की तलाश में अब भोपाल रेल पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए जबलपुर, कटनी और साइबर टीम को भी शामिल किया है। कटनी जीआरपी उपनिरीक्षक अनिल मरावी ने बताया कि सिविल जज की तैयारी कर रही अर्चना तिवारी इंदौर-बिलासपुर ट्रेन के बी-3 कोच की 3 नंबर बर्थ से लापता हुई थीं। घटना के वक्त वह ऑरेंज ड्रेस में थीं।
भोपाल जीआरपी ने सभी थानों और एसपी को रेडियो मैसेज के जरिए जानकारी साझा कर अर्चना की तलाश तेज करने के निर्देश दिए हैं। इटारसी, नरसिंहपुर, जबलपुर और कटनी जीआरपी टीमें भी इस अभियान में सक्रिय हैं। साथ ही साइबर टीम को लोकेशन ट्रैक करने की जिम्मेदारी दी गई है।
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परिजनों का कहना है कि वे इंदौर से कटनी के बीच हर स्टेशन और जंगल में तलाश कर चुके हैं, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। तीनों भाई और बड़े पिता बाबू प्रकाश तिवारी अब थककर बीमार हो गए हैं और घर लौट आए हैं। परिवार ने अर्चना की जल्द बरामदगी की मांग की है। फिलहाल, जांच के दायरे में तेजी आने से परिजनों को उम्मीद है कि अर्चना जल्द ही सुरक्षित मिल जाएंगी।
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