मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में श्रावण मास के अंतिम रविवार को लगभग एक लाख से अधिक भक्तों ने भगवान ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन किए। इतनी बड़ी संख्या में भक्तों के आगमन को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने उत्कृष्ट व्यवस्था की थी, जिसके कारण भक्तों को केवल आधे घंटे कतार में लगने के बाद ही ज्योतिर्लिंग के दर्शन सुलभ हो गए। इस सुगम व्यवस्था से भक्तों में भी प्रसन्नता देखी गई।
शनिवार को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दलालों के जरिए दर्शन की बात सामने आई थी। इसके बाद जिला कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति को दर्शन व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए थे। रविवार को शिवम प्रजापति स्वयं दर्शन व्यवस्था की निगरानी करते हुए दिखे। इस दौरान कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई और वीआईपी गेट से केवल प्रोटोकॉल के तहत भक्तों और ऑनलाइन बुकिंग वाले श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया गया। निकासी गेट पर भी किसी प्रकार की धांधली नहीं होने दी गई।
रविवार को तीर्थ नगरी में नौका संचालन बंद रखा गया था, और मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई स्वास्थ्य शिविर स्थापित किया गया था, जिसमें डॉक्टरों की ड्यूटी और दवाइयों की व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी तैनात था।
गुजरात और महाराष्ट्र के समाज का श्रावण मास अभी जारी है, जो अमावस्या तक चलेगा। इस कारण इन समाजों के श्रद्धालुओं की भी भीड़ मंदिर परिसर में अधिक देखी गई। बाबा ओंकार की अंतिम महासवारी सोमवार को निकलेगी, जिसके बाद भाद्रपद के दूसरे सोमवार, 2 सितंबर को ओंकारजी महाराज ओंकार पर्वत का भ्रमण करेंगे।
रविवार को एक लाख भक्तों ने ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन किए।

ओंकारेश्वर में दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया गया है।