मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में बड़ा खाद घोटाला सामने आया है। यहां एक टेंट हाउस की आड़ में ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर नकली खाद बेची जा रही थी। इसकी जानकारी लगते ही कृषि विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए 740 बोरियों में भरा खाद जब्त किया गया था, जिसके सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए थे। वहीं, भेजे गए सारे सैंपल जांच में नकली खाद के पाए गए हैं, जिन्हें आरोपियों के द्वारा बड़ी मात्रा में खंडवा सहित आसपास के जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में खपाया जा रहा था।
खंडवा जिले के छैगांवमाखन ब्लॉक में बीते 24 सितंबर को कृषि विभाग ने बड़ी कार्रवाई की थी। यहां एक टेंट व्यवसायी सद्दाम पठान के घर और उसके टेंट हाउस से अवैद्ध रूप से भंडारण कर रखी गयी खाद की 740 बोरियां जब्त की गई थीं। इस पूरे खाद को जब्त कर इसकी गुणवत्ता जांच के लिए सैंपल टेस्टिंग हेतु भिजवाए गए थे, जिसकी रिपोर्ट अब आई है, और उसमे से 12 सैंपल फेल हो गए हैं। यही नहीं, आरोपी सद्दाम पठान न तो पंजीकृत खाद विक्रेता निकला और न ही उसके पास खाद बेचने या भंडार करने का लाइसेंस मिला।
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हालांकि पहले ही कृषि विभाग ने उस पर एफआईआर दर्ज करवाई थी, लेकिन अब जांच रिपोर्ट आने के बाद धोखाधड़ी की धाराएं और कॉपीराइट एक्ट के तहत भी आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं कृषि विभाग के मुताबिक आरोपी सद्दाम खाद की खरीदी से जुड़े दस्तावेज भी नहीं दिखा पाया। वहां मिले खाद पर अलग-अलग कंपनियों के नाम और पैकिंग मिली है। अब इन कंपनियों को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है, की बताएं उनका ये खाद असली है या नकली।
इधर खंडवा के कृषि उपसंचालक नितेश यादव ने बताया कि जप्त की गई खाद के 12 सैंपल जांच में फेल पाए गए हैं। आरोपी के पास खाद बेचने का न तो लाइसेंस मिला है और न ही दस्तावेज। एफआईआर दर्ज है और अब कॉपीराइट एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि नकली खाद का यह पूरा खेल टेंट हाउस की आड़ में चल रहा था, जिसको लेकर अब कृषि विभाग इस तरह के सभी मामलों पर सख्त निगरानी रखेगा, ताकि किसानों का नुकसान न हो।