मध्यप्रदेश के खंडवा नगर में अवैध बूचड़खानों पर एक बार फिर से जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है। यहां गुरुवार को स्थानीय निगम के साथ राजस्व और पुलिस के भारी अमले ने एक साथ संयुक्त दल बनाकर कार्रवाई की है। इसके बाद शहर के मोघट थाने क्षेत्र के इमलीपुरा वार्ड में बने पांच अवैध बूचड़खानों सहित एक टिन के टप को तोड़ा गया है। इस दौरान लोगों के विरोध के देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर खंडवा SDM, तहसीलदार, निगम के उपायुक्त सहित पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे। जिन्होंने एक-एक कर जेसीबी के पंजों से अतिक्रमण ढहा दिया।
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मध्य प्रदेश के खंडवा में गुरुवार को अवैध बूचड़खानों पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला है। इस दौरान नगर निगम और राजस्व की टीम ने यहां चल रहे पांच अवैध बूचड़खानों को तोड़ा है। बताया जा रहा है कि मोघट थाना क्षेत्र के इमलीपुरा में अतिक्रमण कर अवैध बूचड़खाने बने होने की शिकायत निगम को काफी समय से मिल रही थी। इसके बाद इस पर कार्रवाई करने के लिए नगर निगम, राजस्व और पुलिस की टीम को साथ लेकर एक संयुक्त दल बनाया गया। इस दल ने मौके पर पहुंचकर पांच अवैध बूचड़खानों को जेसीबी के पंजों से जमीदोज़ कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों की भीड़ मौके पर जुटी रही।
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इस दौरान कुछ लोग तो खुद ही अपना अतिक्रमण अपने हाथों से तोड़ते भी दिखे। इस पूरी करवाई के दौरान एसडीएम, नगर निगम उपायुक्त सहित पुलिस बल से लोगों की बहस भी हुई और विवाद की स्थिति भी बनी। हालांकि परशानिक अमले का साफ कहना था कि तोड़े जा रहे अवैध निर्माणों में भैंसें बांध कर रखी गई हैं, ना कि किसी का रहवास है। कार्रवाई को लेकर नगर निगम के उपायुक्त सचिन सिटोले ने बताया कि लंबे समय से शहर के इमलीपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण कर अवैध रूप से मांस का व्यापार किए जाने की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर पांच चबूतरे सहित एक शेड और एक टपरी को तोड़ा है, तथा शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया है।
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