मध्य प्रदेश के खंडवा में स्थित टैगोर पार्क के सिंधी कॉलोनी और ईदगाह क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। इस मामले में शहर के मुस्लिम समाज का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचा, और एडीएम केआर बडोले से मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि सिंधी समाज के लोगों ने भ्रामक तथ्यों के आधार पर ज्ञापन दिया है, ऐसे में उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए। मुस्लिम समाज का कहना है कि दरगाह लगभग 400 साल पुरानी है, वह क्षेत्र के राजस्व रिकॉर्ड और वक्फ रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
प्रतिनिधिमंडल के अनुसार, दरगाह कमेटी द्वारा उस स्थान का न तो किसी व्यावसायिक और न ही निजी उपयोग किया जा रहा है, जिससे अतिक्रमण की बात उठे। इसके विपरीत, आसपास के क्षेत्र में बने मकान उनके पट्टों में दर्ज मापदंड से कहीं अधिक बड़े हैं। साथ ही, मेन रोड से लगे तीनों बगीचे नगर निगम खंडवा के आधिपत्य में हैं, जिनका रखरखाव नगर निगम द्वारा किया जाता है। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि एक समाज के लोगों ने इन बगीचों पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने वहां पौधारोपण कर बच्चों के लिए बगीचों को विकसित किए जाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले शहर के सिंधी समाज द्वारा भी जिला कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि ईदगाह के समीप हजरत ग़ैब शाह वली की दरगाह कमेटी सड़क पर मलबा फेंककर सड़क जाम कर अतिक्रमण करने की कोशिश कर रही है। साथ ही, कमेटी द्वारा अवैध रूप से बोरिंग करने की कोशिश की गई थी, जिसे रोकने के लिए सिंधी समाज ने हस्तक्षेप किया था। ज्ञापन के जरिए सिंधी समाज ने इस तरह की गतिविधियों को रोकने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।